विविधसम्पादकीय

19 दिसंबर को जीकेसी के सौजन्य से तालटकटोरा स्टेडियम में होगा विश्व कायस्थ महासम्मेलन

पटना, 25 नवंबर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के सौजन्य से राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली में विश्व कायस्थ महासम्मेलन ‘उम्‍मीदों का कारवां’ कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसे लेकर बिहार कार्यकारिणी समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुयी, जिसमें कार्यक्रम को तैयारी को लेकर समीक्षात्मक चर्चा की गयी।

कायस्थ समाज के लोगों का गौरवशाली इतिहास : राजीव रंजन प्रसाद

जीकेसी मीडिया और कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आगामी 19 दिसंबर को राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर विश्व कायस्थ महासम्मेलन ‘उम्मीदों का कारवां’ का आयोजन किया जा रहा है। इसी को लेकर जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक की गयी, जिसमें विश्व कायस्थ महासम्मेलन में बिहार की तैयारी को लेकर समीक्षात्मक चर्चा की गयी।

इस अवसर पर प्रसाद ने कहा कि कायस्‍थ समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्‍य में कायस्थ समाज की उपेक्षा की जा रही है।कायस्थ राजाओ, साम्राज्योँ और उनके साहसिक शासनकाल का अविष्मरणीय योगदान रहा है, जिसे कायस्‍थ समाज एक बार फिर दोहराएगा। हम सभी को फिर से एकजुट होने की जरूरत है।

उन्होंने कायस्थ समाज को संगठित होने का आव्हान किया तथा 19 दिसंबर को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सभी कायस्थ संगठनों को एकजुट होने की अपील की है।

कायस्थों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एकजुटता जरूरी : डा. नम्रता आनंद

जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि विश्व और देश पर कायस्थों द्वारा नेतृत्व करने का इतिहास किसी से छुपा नहीं है। विश्व गुरू स्वामी विवेकानंद, स्वतंत्रता आन्दोलन के नायक सुभाष चन्द्र बोस या फिर देश में संपूर्ण क्रान्ति के अगुआ जयप्रकाश नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री सहित अन्य कई विभूतियों ने विश्व एवं देश का न सिर्फ नेतृत्व किया बल्कि अध्याय बदलने का काम किया है। ऐसे में एक बार फिर संसदीय व्यवस्था में कायस्थों का शिखर पर आना बेहद आवश्यक हो गया है। उन्होंने 19 दिसंबर को महासम्मेलन में सभी से जोरदार भागीदारी की अपील की।

कायस्‍थ समाज अपने स्वर्णिम इतिहास को फिर दोहराएगा : दीपक कुमार अभिषेक

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक ने कहा, कायस्थ जाति के लोग हमेशा से समाज का नेतृत्व करते रहें हैं। कायस्थ समाज के लोगों का गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन आज कायस्थ समाज हाशिये पर चल गया है जिसे संगठित करते हुए मजबूत करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन की तैयारी के लिये जीकेसी बिहार की टीम मिलजुल कर अभी से तैयारी करने में लगी हुयी है।कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने अपने नेतृत्व कौशल से इस देश को नई दिशा प्रदान की है।कायस्‍थ समाज अपने स्वर्णिम इतिहास को फिर दोहराएगा।

इस अवसर पर जीकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल आनंद सन्नू, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप,युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, युवा प्रकोष्ठ बिहार के कार्यवाहक अध्यक्ष सुशांत सिन्हा, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिवाकर कुमार वर्मा, पटना जिलाध्यक्ष पीयूष श्रीवास्तव, युवा प्रकोष्ठ पटना जिला सचिव शालिनी कर्ण, पटना जिला उपाध्यक्ष अभिनीत सिन्हा, पटना जिला महासचिव रेहान सिन्हा, जीकेसी कार्यालय सचिव प्रसून श्रीवास्तव समेत कई अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।