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विश्वकर्मा समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं सत्ता चाहिए: मुकुल आनंद

वैशाली। जिला स्थित पर्ल वाटिका मैरेज हाल सभागार में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की एक दिवसीय जिला सम्मेलन संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासंघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा तथा संचालन दिवाकर शर्मा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वकर्मा समाज के इष्टदेव भगवान विश्वकर्मा के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलन कर किया गया।आगत सभी अतिथियों का माला एवम अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया।

भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद ने कहा कि आज विश्वकर्मा समाज के बुनियादी मुद्दों का समाधान करने की आवश्यकता है। विश्वकर्मा समाज के नौजवानों को अब नौकरी और रोजगार चाहिए। विश्वकर्मा समाज के युवा डॉक्टर, इंजीनियर और आईएएस बनना चाहते है।समाज के लोग जब तक एमपी,एमएलए नहीं बनेंगे तब तक विश्वकर्मा समाज की अधिकार का हनन होते रहेगा।सरकार में भागीदारी से ही समाज का विकास का रास्ता खुलता है। श्री आनंद ने कहा जिसकी 2% आबादी है उन्हे सत्ता में आजादी से लेकर अब तक सम्मान मिल रहा है।जबकि हम विश्वकर्मा समाज किसी का भेदभाव नहीं करते है सबका सम्मान करते है और विश्वकर्मा समाज की आबादी 10 से 12% है फिर भी सत्ता में हमे जगह नहीं मिल रहा है।अब विश्वकर्मा समाज इस अपमान को बर्दास्त नही करेगी।राजनीतिक भागीदारी नहीं अब सत्ता का संघर्ष होगा।

रामशंकर शर्मा ने विश्वकर्मा समाज पर प्रकाश डालते हुए कहा की विश्वकर्मा समाज का सामाजिक ढांचे का निर्माण में अहम भूमिका शुरू से रहा है।हमारा समाज तकनीक में अव्वल रहा है।हम सब के लिए प्रयोग होते है फिर भी आजादी से अब तक हम उपेक्षित है।अब हम उपेक्षित नही रह सकते है।अब आर पार की लड़ाई होगी।हमे केवल जागृत होने की जरूरत है। जरूरत है केवल आत्मविश्वास की जो व्यक्ति की कामयाबी का सबसे बड़ा सहयोगी होता है।विश्वकर्मा वंशजों की है साजिश के तहत शोषण किया जा रहा है क्योंकि शासन में बैठे लोग हमारे समाज को कमजोर समझते है इस मानसिकता को दूर करने के लिए भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के बेनर तले संगठित ढांचा तैयार कर बृहत आंदोलन करेंगे।

राजकुमार शर्मा विश्वकर्मा समाज की सामाजिक और राजनीतिक ताकत बनाने का जो प्रयास कर रहे है उसी का नतीजा है कि लोग विश्वकर्मा की चर्चा दिल्ली मे कर रहे हैं और अपने पार्टियों में तवज्जो एवं सम्मान देने लगे। इससे पहले विश्वकर्मा समाज को सम्मान क्यों नहीं मिलता था।कई सामाजिक संगठन विश्वकर्मा समाज की हक अधिकार दिलाने के नाम पर समाज से मोटी चंदा,कामगार कार्ड आदि के जरिए समाज का शोषण किया और समाज को दूसरे का दरी बिछाने के लिए मजबूर करते रहा।अब ये नही चलेगा।

वही मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष रिंकू विश्वकर्मा ने समाज की एकता पर बल देते हुए कहा किसी भी समाज की शक्ति उस समाज की संगठन पर निर्भर करती है। युवाओ एवम महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा संगठन से जोड़े एवम विस्तार करे।

अंशु प्रियम शर्मा ने कहा की विश्वकर्मा समाज भौतिक संसाधन जुटाना ही अधिक जरूरी समझता है।जबकि समाज की हित उसके चेतना में है। शिक्षाविद शेखर सुमन शर्मा ने कहा की शिक्षित समाज ही अपने समाज को मजबूत बनाता है।इसलिए समाज को शिक्षा के प्रति प्रेरित करे। अवदेश शर्मा लालू ने कहा भगवान विश्वकर्मा के सृष्टि के सृजन में योगदान और उनके इतिहास को घर घर बताने की आवश्यक है।

राष्ट्रीय प्रवक्ता दिवाकर शर्मा ने कहा विश्वकर्मा समाज आजादी से अब तक सामाजिक,आर्थिक, शैक्षणिक,सांस्कृतिक एवं राजनीतिक हर क्षेत्र में उपेक्षित है।एक संगठित समाज ही परिवर्तन और विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

डॉ अर्जुन शर्मा ने कहा अब हम विश्वकर्मा समाज उपेक्षा का शिकार नही होंगे।हम अपने नेता मुकुल आनंद के नेतृत्व में आर पार की लड़ाई की साक्षी बनूंगा।अध्यक्ष जी का जब भी आह्वान होगा चाहे कृष्ण मेमोरियल हॉल भरने को है चाहे गांधी मैदान हो पूरी ताकत लगा देंगे।

कपिल मुनि आर्य,विल्टू विश्वकर्मा,संयुक्त सचिव विद्याभूषण शर्मा,प्रो बी के शर्मा,प्रदेश उपाध्यक्ष बासुदेव शर्मा,प्रदेश उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा,प्रदेश सचिव राजकिशोर शर्मा,प्रदेश सचिव अधिवक्ता सुरेन्द्र ठाकुर, अजय शर्मा,रामनाथ शर्मा,पटना जिला अध्यक्ष जयंत शर्मा,प्रदेश संगठन सचिव भिखारी शर्मा,प्रदेश सचिव अशोक कुमार ठाकुर,सुपौल जिला अध्यक्ष संजय कुमार शर्मा आदि ने सभा को संबोधित किए। अंत में मीना शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।