वायकॉम-18 बना साउथ अफ्रीका की T20 लीग का ऑफिशियल इंडियन ब्रॉडकास्टर, 10 साल के लिए राइट्स खरीदे
नई दिल्ली, 3 नवंबर, 2022: भारतीय क्रिकेट फैन्स के लिए खुशखबरी, साउथ अफ्रीका में हाल ही में लॉन्च की गई प्रीमियर टी20 लीग (SA20) का मजा अब भारतीय दर्शक भी उठा सकेंगे। इसके लिए वायकॉम-18 स्पोर्ट्स ने SA20 के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। वायकॉम-18 अगले 10 वर्षों तक इस लीग का ऑफिशियल इंडियन ब्राडकास्टर होगा। लीग के सभी मैच वायकॉम-18 स्पोर्ट्स चैनल पर दिखाए जाएंगे।
SA20 में क्विंटन डी कॉक, फाफ डू प्लेसिस, कैगिसो रबाडा, डेविड मिलर, एनरिक नॉर्टजे, राशिद खान, जोस बटलर, इयोन मोर्गन, आदिल राशिद, जेसन रॉय, लियाम लिविंगस्टोन, जेसन होल्डर जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सुपरस्टार एक्शन में दिखाई देंगे। लीग को सफल बनाने के लिए क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) के लगभग सभी बेहतरीन खिलाड़ी SA20 टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे।
SA20 लीग का क्रिकेटिंग फॉरमेट भी अलग होगा। राउंड-रॉबिन स्टेज में कुल 6 टीमें होंगी। हर टीम दूसरी टीमों से दो बार भिड़ेगी। टीमों के पाइंट्स के आधार पर सेमीफाइनल और फाइनल खेले जाएंगे। 10 जनवरी, 2023 से शुरू हो कर चार सप्ताह चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 33 मैच खेले जाएंगे। टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली छह टीमें हैं – जोबर्ग सुपर किंग्स, प्रिटोरिया कैपिटल, डरबन्स सुपर जायंट्स, सनराइजर्स ईस्टर्न केप, पार्ल रॉयल्स और एमआई केप टाउन।
वायकॉम-18 स्पोर्ट्स के सीईओ अनिल जयराज ने कहा, “SA20 के बेहतरीन क्रिकेट एक्शन के साथ हम अपने खेल पोर्टफोलियो को और मजबूत कर रहे हैं। टी20 भारतीय प्रशंसकों के बीच सबसे लोकप्रिय क्रिकेट फॉर्मेट है। साउथ अफ्रीका क्रिकेट और खिलाड़ियों को भारत में खूब पसंद किया जात है। हम दर्शकों की संख्या और प्रशंसकों के जुड़ाव की उम्मीद करते हैं”
SA20 लीग कमीश्नर और साउथअफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि “आज साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण दिन है। हम इस लीग को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लीग बनाने का सपना देख रहे हैं और SA20 और वायकॉम-18 के बीच की साझेदारी से इस सपने को साकार करने में मदद मिलेगी और क्रिकेट का एक मजबूत ईको-सिस्टम बनेगा। “
सितंबर में SA20 की उद्घाटन नीलामी में छह टीमों ने 100 से अधिक खिलाड़ियों को साइन किया था। टीमें अपने दस्ते में अधिकतम दस साउथ अफ्रीकी और सात विदेशी क्रिकेटरों को शामिल कर सकती हैं। अंतिम एकादश में टीमों को अधिकतम चार विदेशी खिलाड़ी रखने की अनुमति होगी।