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बलिया के निजी चैनल के पत्रकार रतन सिंह के तीन हत्यारे गिरफ्तार, और हत्यारो की गिरफ्तारी का प्रयास जारी

उत्तर प्रदेश के बलिया में सोमवार देर शाम एक निजी चैनल (सहारा टीवी) के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि मौके से तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य की तलाश चल रही है। उन्होंने बताया कि मृतक एक पत्रकार था लेकिन इस घटना में पत्रकारिता से संबंधित कोई भी बात शामिल नहीं है। यह पूरी तरह से दो पक्षों के बीच जमीन विवाद के बारे में है। बलिया पुलिस ने बताया कि अभी तक की जानकारी केअनुसार पत्रकार रतन सिंह का अपने पड़ोसी से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। आज शाम फिर दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ, उसी में पड़ोसी ने गोली मार दी। आरोपी दिनेश सिंह उनका दूर का रिश्तेदार है। हत्या के मामले में तीन लोगों अरविंद सिंह, दिनेश सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

बलिया के फेफना थाना से करीब 500 मीटर दूर पर कुछ बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। परिजनों का आरोप है की गांव के प्रधान और कुछ लोगों से उनकी पुरानी रंजिश चली आ रही थी। बीच मे सुलह समझौता भी हुआ था जिसके बाद आज प्रधान प्रतिनिधि का भाई सोनू उसको बुलाकर अपने साथ ले गया था और पत्रकार रतन सिंह  की गांव के प्रधान के घर मे गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस पट्टीदारों के बीच के विवाद को देखते हुए इस मामले में की जांच में जुटी हुई है और हत्यारो की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। सूचना पाकर मौके पर तुरंत एसपी देवेन्द्र नाथ, एएसपी संजय कुमार, सीओ आदि के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया था।

ग्रामीणों के अनुसार कुछ दिनों पहले रतन का उनके पट्टीदारों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। तब उन्होंने जान से मार देने की धमकी भी दी थी। बता दें कि रतन सिंह सोमवार को पूरे दिन जिला मुख्यालय बलिया में रहने के बाद शाम को अपने गांव चले गए। शाम को गांव में ही किसी के यहां बैठने के बाद पैदल ही वापस घर जा रहे थे। तभी घर कुछ लोगों ने उनपर फायर झोंक दिया। जान बचाने के लिए रतन ग्राम प्रधान में घर में घुस गए लेकिन हमलावरों ने पीछा नहीं छोड़ा और एक-एक कर तीन गोलियां दाग दी। इससे रतन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

परिजनों ने फेफना पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। लोग आरोपियों की गिरफ्तारी और एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे एसपी ने एसओ फेफना शशिमौली पांडेय को सस्पेंड करने और जांच के बाद अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया।