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विधानसभा चुनाव 2022 : जानें क्या रही थी पांच राज्यों में पिछले चुनावों की तस्वीर

गुरुवार, 10 फरवरी के दिन यानि आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो रहा है। वहीं आगामी दिनों में पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव का मतदान होना अभी बाकी है। बताना चाहेंगे पांच राज्यों में होने वाले इन चुनावों के दौरान कुल 690 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा। इस बार 1620 मतदान केंद्रों पर केवल महिला कर्मचारी रहेंगी। सर्विस मतदाताओं को मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 है। 2017 के विधानसभा चुनावों से मतदान केंद्रों की संख्या 16% बढ़ा दी गई है। गौरतलब हो, जहां उत्तर प्रदेश में सात चरणों में तो वहीं मणिपुर में दो चरणों में और पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक-एक चरण में चुनाव सम्पन्न होने हैं। आगे जानिए कहां कब हैं चुनाव और इन पांच राज्यों में पिछले चुनावों की क्या रही थी तस्वीर…
UP में सात चरणीय चुनाव
पहला चरण – 10 फरवरी (58 सीटें) दूसरा चरण – 14 फरवरी (55 सीटें) तीसरा चरण – 20 फरवरी (59 सीटें) चौथा चरण – 23 फरवरी (60 सीटें) पांचवा चरण – 27 फरवरी (60 सीटें) छठा चरण – 03 मार्च (57 सीटें) सातवां चरण – 07 मार्च (54 सीटें) मणिपुर में दो चरणीय चुनाव पहला चरण – 27 फरवरी दूसरा चरण – 03 मार्च
10 मार्च को वोटों की गिनती
इसके अलावा पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक चरण में 14 फरवरी को चुनाव होगा। यानि आगामी 14 फरवरी का दिन बेहद अहम साबित होने वाला है। दरअसल, इसी दिन देश के एक साथ चार राज्यों में मतदान होगा। जहां यूपी में दूसरे चरण का मतदान तो वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक चरणीय मतदान होगा। अगले महीने की 10 मार्च को इन पांचों राज्यों के चुनावी नतीजे आएंगे यानि मतगणना होगी।
कहां कितनी सीटें
उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं। वहीं पंजाब में 117 सीटें हैं जहां एक चरण में चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से मणिपुर में 2 चरणों में मतदान होना बाकी है, जबकि उत्तराखंड, गोवा में एक एक चरण में चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा। बता दें कि उत्तराखंड में 70 सीटों पर तो वहीं मणिपुर में 60 और गोवा में 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। क्या रही पिछले चुनावों की तस्वीर याद हो, साल 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा ने बंपर बहुमत हासिल कर करिश्मा कर दिखाया था। तब यहां 403 सीटों में से भाजपा की झोली में कुल 312 सीटें आई थीं। उस दौरान भाजपा की बहुमत की सरकार वाले आंकड़े के सामने बाकी दल नाम मात्र की सीटों पर ही सिमट कर रह गए थे। यूपी में जीत मिलने के पश्चात प्रदेश के नेतृत्व का बागडोर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी गई जिसे उन्होंने बखूबी संभाला।
70 सीटों वाला उत्तराखंड
वहीं उत्तराखंड की बात करें तो यहां भाजपा अपने दम पर सरकार में आई थी। यहां 70 सीटों में से भाजपा ने 56 सीटों पर अपनी जीत का परचम लहराया था। उत्तराखंड में भाजपा पिछले 5 साल में 3 सीएम बदल चुकी है। भाजपा ने यहां पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में सरकार बनाई थी। कुछ महीनों बाद पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया और अब मुख्यमंत्री के बतौर पुष्कर सिंह धामी प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं। 117 सीटों वाला पंजाब पिछली बार 117 सीटों वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी थी। तब 10 साल से सत्ता में रहे अकाली दल और भाजपा की सरकार थी। उस समय प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आप ने 20 सीटें जीती थीं। हालांकि अब 5 साल बीत चुके हैं और राज्य की पूरी तस्वीर बदल चुकी है। जहां, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी का गठन कर लिया और अब भाजपा के साथ हाथ मिला लिया।
40 सीटों वाला गोवा
40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2017 में हुआ था। कांग्रेस 15 सीटें जीतने और सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद सरकार नहीं बना सकी। वहीं भाजपा ने तब 13 सीटें जीतीं थी। इसके बाद भाजपा ने एमजीपी, जीएफपी व दो निर्दलीय विधायकों के सहारे अपनी सरकार बना ली। उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को गोवा की कमान सौंपी गई, लेकिन साल 2019 में मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया जिसके बाद डॉ. प्रमोद सावंत को राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया।

60 सीटों वाला मणिपुर
याद हो पूर्वोत्तर के 60 सीटों वाले राज्य मणिपुर में साल 2017 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 24 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप उभरी थी। इसके पश्चात भाजपा ने वहां एनपीपी, एलजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में अपनी सरकार गठित की और एन. बीरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री के बतौर राज्य की कमान सौंप दी।