बिहारमधुबनीराज्य

सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम को लेकर जूम ऐप से प्रशिक्षण

  • सभी प्रखंड के एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम को दिया गया प्रशिक्षण
  • जिले में 28 सितंबर से चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
  • दो साल से कम उम्र के बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग ग्रसित व्यक्ति को नहीं लेनी है दवा

मधुबनी, 08 सितम्बर
जन-जन के स्वास्थ्य को लेकर संकल्पित सरकार फाइलेरिया उन्मूलन पर लगी है। जिसके तहत जिले के सभी 21 प्रखंड में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम 28 सितंबर से चलाने का निर्णय लिया गया है। इसे लेकर आज जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एसपी सिंह ने जिले के सभी प्रखंड के एमओआईसी, बीएचएम तथा बीसीएम का जूम एप के द्वारा प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया प्रशिक्षण के उपरांत सभी कर्मी अपने प्रखंड के दलकर्मी एवं आशा को प्रशिक्षण देंगे। साथ ही इनके द्वारा प्रखंड क्षेत्र में फाइलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने का भी काम किया जाएगा। इस मुहिम में केयर इंडिया से सहयोग लिया जाएगा।

टीम के सामने खानी होंगी दवाएं:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस पी सिंह ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में दवा दी जाती है। कार्यक्रम की सफलता के लिए आशा, आंगनबाड़ी एवं प्रशिक्षित वॉलेंटियर को लगाया जाएगा। वह घर-घर जाकर दो वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को दवा की खुराक देंगे। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी एवं एल्बेडाजोल की एक-एक गोली, छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो तथा एल्बेडाजोल की एक गोली तथा 15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी। दवा टीम के सामने ही खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया, डीईसी की गोली खाली पेट नहीं खाना है एवं एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना है। दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं उन्हें भी दवा नहीं दी जाएगी।

लक्षण दिखे तो सावधान हो जाएं:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया में पैरों, हाथों में सूजन आ जाता है। जिसे हाथी पाँव कहा जाता है। इससे मुक्ति के लिए सरकार द्वारा मुफ्त में दवा दी जा रही है। उन्होंने फाइलेरिया से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने एवं घर के आसपास साफ-सफाई रखने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि घरों के इर्द-गिर्द गंदगी रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है, जिससे कई प्रकार की संक्रामक बिमारी फैलती है।

केयर इंडिया के कर्मी करेंगे सहयोग 

डॉक्टर एसपी सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए केयर इंडिया के कर्मियों से भी सहयोग लिया जाएगा। इससे कार्यक्रम का ससमय और सफल क्रियान्वयन हो सकेगा और कार्य की गति में किसी प्रकार का परेशानियां उत्पन्न नहीं होने पाएगी।

मधुबनी संवाददाता