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जातिगत जनगणना के पहले चरण के लिए प्रशिक्षण का किया गया आयोजन

पटना। डीएम सह नोडल पदाधिकारी जाति आधारित गणना 2022 सह प्रधान गणना पदाधिकारी पटना डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना 2022 का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सभी स्टेकहोल्डर्स सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें। वे राजकीय कन्या मध्य विद्यालय अदालतगंज तारामंडल बुद्ध मार्ग पटना में जिला सांख्यिकी कार्यालय पटना द्वारा आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना एक वृहद एवं महत्वपूर्ण कार्य है। पूरे देश की इसपर नजर है।

इसकी समयबद्धता, महत्ता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफ लतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इस उद्देश्य हेतु सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है। गणना की बारीकियों को समझाते हुए डीएम डॉ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का निर्णय लिया गया है।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि पुनरीक्षित कार्यक्रम के अनुसार जाति आधारित गणना कार्य 31 मई 2023 तक पूर्ण कर लिया जाना है। जाति आधारित गणना के दौरान आर्थिक स्थिति के सर्वेक्षण का भी प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य के सभी व्यक्तियों का जाति आधारित गणना किया जाना है चाहे वो किसी भी जाति या संप्रदाय के हों।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि गणना कार्य के समय यह आवश्यक है कि सभी ट्रेनर प्रगणक और पर्यवेक्षक एक निर्धारित परिचय पत्र के साथ क्षेत्र में जाएँ ताकि कोई दूसरा व्यक्ति इस प्रक्रिया में शामिल न हो सके और सामान्य जन से परिचय पत्र के आधार पर कर्मियों को कार्य करने में सहयोग प्राप्त हो सके और कार्य की अधिकृत मान्यता हो सके।