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सभी आर्यजनों का एकीकरण,अत्यन्त गौरवपूर्ण कार्य है : गंगा प्रसाद

पटना : बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा की अन्तरंग बैठक सभा-प्रधान डॉ. संजीव चौरसिया (विधायक) की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में बिहार राज्य के कोने-कोने से आर्य प्रतिनिधिगण उपस्थित हुए।

इस बैठक में प्रतिनिधियों ने भी विचार रखे। सभा-प्रधान ने बिहार से पधारे आर्य समाज के पदाधिकारी व सभासद् अन्तरंग सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200 वें जयन्ती के पावन शुभ अवसर पर “आर्य महासम्मेलन” 2024 में पटना में मनाया जायेगा। जिसमें 200 कुण्डीय यज्ञ का आयोजन होगा। इसके साथ ही विस्तारित अन्तरंग सभा का अनुमोदन का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सर्व सम्मति से स्वीकृति प्रदान की गयी। सभा की मासिक पत्रिका “आर्य संकल्प” के नियमित प्रकाशन, अतिथिशाला की व्यवस्था में सुधार सहित आर्यसमाजों के विकास कार्यों का सम्मानपूर्वक निष्पादन व सम्पादन पर कार्य करने पर विचार-विमर्श किया गया।

इस बैठक में पूर्व महामहिम राज्यपाल, सिक्किम माननीय गंगा प्रसाद जी पधारे जो बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा के संरक्षक हैं। उन्होंने कुछ कि हम सभी आर्यजनों का एकीकरण हुआ है, जो अत्यन्त गौरवपूर्ण कार्य हुआ है। मुख्य अतिथि सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के उपमंत्री व दिल्ली आर्य प्रतिनिधि के महामंत्री श्री विनय आर्य ने कहा कि आर्यसमाज का इतिहास अत्यन्त गौरवशाली रहा है। इस वर्ष माननीय प्रधानमंत्री जी ने 12 फरवरी 2023 को ज्ञान ज्योति पर्व का शुभारंभ किया है।

इस कार्यक्रम को प्रत्येक प्रान्तों व समाजों में महर्षि दयानन्द सरस्वती के विचारों व आर्यसमाज के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार कार्यों का बड़े-बड़े कार्यक्रम आयोजित होते रहना चाहिये। इस बैठक में मंत्री रमेन्द्र कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्री सत्यदेव प्रसाद गुप्त, उपप्रधान प्रो व्यास नन्दन शास्त्री वैदिक, आर्य वीर दल के पदाधिकारी दिनेश आर्य, सहमंत्री संजय सत्यार्थी, सदस्य गोपाल जयसवाल आदि ने अपने विचार रखे।