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तेतराही मुख्य पथ जर्जर, विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को जनता के सवालों से होगा जूझना

खोदावंदपुर/बेगूसराय. प्रखंड क्षेत्र के बाड़ा पेठिया गाछी एस एच 55 से तेतराही गांंव जानेवाली मुख्य ग्रामीण पथ अत्यंत जर्जर है. इस पथ पर दो और चार पहिया वाहन की कौन कहें, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.आसन्न विधानसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए आनेवाले प्रत्याशियों को इन मुद्दों पर जनता के सवालों का सामना करना होगा. ग्रामीणों ने प्रत्याशियों का घेरने का मुड बना लिया है. शनिवार को बाड़ा तेतराही के ग्रामीण मनोज यादव, मोहन यादव, कैलाश चौरसिया, रामाश्रय चौरसिया, शिवजी यादव, राम शोभित यादव, रामविलास यादव, संजीत चौरसिया, डॉ राम उदगार यादव, उपेेन्द्र यादव पंंडित, बालेश्वर झा, विजय झा, जयनारायण, हरिनारायण, प्रमोद सहित अनेक लोगों नेे बताया कि चाहें लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा का, चुनाव के समय वोट मांगने के लिए जब प्रत्याशी यहां आते हैं तो जीतने के बाद इस सड़क के जीर्णोद्धार का वादा करते हैं. परंतु चुनाव जीतने के बाद कोई इस समस्या का निदान नहीं करते.और न ही जनता का हालचाल पूछने आते हैं. आगामी तीन नवम्बर को होने वाले चेरियाबरियारपुर विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों को भी इस सड़क की समस्या से अवगत कराया जायेगा और उनके सामने विकास नहीं तो वोट क्यों का सवाल रखा जायेगा. लोगों ने बताया कि इस पथ के किनारे अभी तक नाला निर्माण नहीं हुआ है.जिसके चलते सड़क पर जलजमाव रहता है. सड़क गढ्ढे ही गढ्ढे हैं.गढ्ढे में सड़क है या सड़क में गढ्ढा इसका भेद करना मुश्किल है.इस पथ से प्रखंड मुख्यालय खोदावंदपुर, अनुमंडल मुख्यालय मंझौल और जिला मुख्यालय बेगूसराय लोगों का आना जाना रहता है.तेतराही, कुरसाहा, पतला, सिरसी, पथराहा, मसुराज, चलकी आदि कई गांव के लोग इस सड़क होकर प्रतिदिन आते जाते हैं.यहां तक की निकटवर्ती बाजार रोसड़ा भी लोग इसी सड़क से होकर जाते हैं.परंतु सड़क की जर्जर हालत ने राहगीरों की परेशानी बढ़ा दी है. इस सड़क पर गुजरने वाले वाहन अक्सर दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. सड़क की मरम्मती की मांग लोगों द्वारा कई बार की गयी है, परंतु मामला अधर में लटका हुआ है.

बोले मुखिया-
बाड़ा पंचायत की मुखिया बेबी देवी एवं पूर्व मुखिया टिंकू राय ने बताया कि यह पथ पीडब्ल्यूडी से निर्मित है.वित्तीय वर्ष 2001-02 में विभाग द्वारा इस पथ की मरम्मती करवायी गयी थी.इसके दो दशक बीतने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. जिसके कारण सड़क जर्जर है.इस सड़क को चकाचक बनाने के लिए उनके स्तर से पथ निर्माण विभाग के मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक, एमएलसी एवं डीएम से लिखित शिकायत की गयी, परंतु किसी ने ध्यान ही नहीं दिया.

अभिषेक सिन्हा की रिपोर्ट