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जन्मदिन पर याद किए गए स्वामी विवेकानंद

पटना। साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था नव गीतिका लोक रसधार तथा सामाजिक-साहित्यिक संस्था सामयिक परिवेश के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया। वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु तथा वेदांत दर्शन को पूरे विश्व में पहुंचाने वाले स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद आयोजित गोष्ठी में वरिष्ठ कथाकार तथा शिक्षाविद ममता मेहरोत्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के वचन अनमोल हैं। उन्होंने सदैव युवाओं को प्रेरित करने के लिए काम किया। उनका कहना था कि समर्पित भाव से लक्ष्य प्राप्ति के लिए काम करना चाहिए। जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए, रुकना नहीं चाहिए। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं का कहा था कि एक समय में एक विचार पर काम करें और उस विचार को ही अपनी जिंदगी बना लें। सदैव इसी विचार के बारे में सोचें और उसी के अनुसार कार्य करें। यही सफलता का रास्ता है। नव गीतिका लोक रसधार की सचिव डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने ज्ञान के साथ-साथ सेवा पर बल दिया। उन्होंने धार्मिक रूढिय़ों और आडंबरों को त्यागने की अपील की थी। भारतीय सभ्यता और संस्कृति की सकारात्मक बातों को पूरे विश्व में पहुंचाने का काम स्वामी विवेकानंद ने किया था। 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अपने वक्तव्य से उन्होंने सबका मन जीत लिया था। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोकप्रिय गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने  युवा जागृति के कई गीत भी गाये। इस अवसर पर अन्य लोग भी मौजूद रहे।