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छात्र लोग अपने प्रदर्शन में उपद्रवी तत्वों को शामिल न होने दें-डीएम

पटन। डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। लोगों को भड़का कर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने में मसौढ़ी के अतिरिक्त पालीगंज, मनेर और पटना के भी कुछ कोचिंग संस्थानों का नाम आया है जिन का सत्यापन कराया जा रहा है।

प्रमाणित होने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। वीडियो फुटेज एवं सीसीटीवी फु टेज के आधार पर दानापुर और पालीगंज घटनाओं में शामिल 170 लोगों की पहचान की गई । इन सभी के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से शुक्रवार को 46 लोगों को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार की रात्रि में भी छापामारी कार्य जारी रहा एवं 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

इस प्रकार शुक्रवार को 86 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई। तारेगना स्टेशन पर  कार्रवाई में आज 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस प्रकार अब तक कुल 147 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। शेष की गिरफ्तारी की कार्रवाई चल रही है। रात्रि में भी छापामारी कार्य की जा रही है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि यदि असामाजिक तत्वों, आन्दोलनकारियों द्वारा यातायात में बाधा पहुँचाने, रेल सम्पत्ति ,वाहनों की तोड़ फोड़ एवं सरकारी गैर सरकारी सम्पत्ति भवन का किसी भी प्रकार का नुकसान करने का प्रयास किया जाता है तो भारतीय दण्ड संहिता की धारा 151 के अतिरिक्त भादसं एवं रेल अधिनियम की अन्य सुसंगत धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

छात्र लोग अपने प्रदर्शन में उपद्रवी तत्वों को शामिल न होने दें। शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करें। युवा किसी के बहकावे में न आयें एवं हिंसक गतिविधियों में शामिल न हों। हिंसा में शामिल होने पर उनके कैरियर पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। सरकारी सम्पत्ति आप ही की सम्पत्ति है। इसे नुकसान न पहुँचाएँ । रेलवे एवं सड़क यातायात को बाधित न करें। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विधि.व्यवस्था संधारण के लिए वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।

सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है। अद्र्धसैनिक बलों की कम्पनियाँ तैनात की गई है। पुलिस लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। आसामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जा रहा है।  विरोध के दौरान दर्ज प्राथमिकी से संबंधित संलिप्त व्यक्तियों की पहचान करते हुए उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।

डीएम डॉ सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि किसी भी प्रकार की संदेहास्पद, भ्रामक या उत्तेजक सूचना के बारे में जानकारी थानाए जिला नियंत्रण कक्ष एवं वरीय पदाधिकारियों को दें।