जीवन में सकारात्मकता का संचार करता है गीत-संगीत : डा. नम्रता आनंद
गीत-संगीत दिलों दिमाग से खुश रखकर हमे एक ऊर्जावान जीवन देता है : डा. नम्रता आनंद
पटना, सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन और हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के संयुक्त तत्वाधान में संगीतमय संध्या सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जहां कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।
दीदीजी फाउंडेशन और हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के सौजन्य से संगीतमय संध्या सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें संगीत के हर रंग का समावेश था। गणेश वंदना, सूफी,भजन ठुमरी, कजरी, ग़ज़ल आदि संगीत के सारे रंग थे।
दीदीजी फाउंडेशन और हर्षा म्यूजिकल ग्रुप की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने बताया कि संगीतमय कार्यक्रम की शुरूआत गायक कुंदन तिवारी ने भजन गाकर की, जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद दीदी जी फाउंडेशन के संरक्षक दिवाकर कुमार वर्मा, रवि सिन्हा, रत्ना गांगुली, मीनाक्षी सिन्हा, उर्वशी सिन्हा, सृष्टि सिन्हा, आदया शक्ति , बाल कलाकार प्रत्यूष और आलाप समेत कई कलाकारों ने लाजवाब प्रस्तुति देकर लोगों का दिल जीत लिया। सभी कलाकारों ने कहा कि वह पुनः बार-बार दीदी जी फाउंडेशन एवं हर्षा म्यूजिकल ग्रुप के मंच पर आना चाहेंगे यह प्यार और सम्मान जो आज मिला है वह हमेशा याद रहेगा।
डा: नम्रता आनंद ने बताया कि गीत-संगीत जीवन में सकारात्मकता का संचार करता है। इस दिशा में हम हर संभव प्रयास करेंगे, जिससे संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन की प्रक्रिया निरंतर चलती रहे। उन्होंने कहा कि कला संस्कृति की सनातन गरिमा संजोने एवं कला संस्कृति के संरक्षण के लिए दीदीजी फाउंडेशन और हर्षा म्यूजिकल ग्रुप हर संभव प्रयास करेगा।गीत-संगीत दिलों दिमाग से खुश रखकर हमे एक ऊर्जावान जीवन दे सकता है।संगीत कला की सबसे खूबसूरत कृतियों में से एक है। इसके सुखदायक प्रभाव से हमारे मन, शरीर और आत्मा को ठीक करने की शक्ति है। संगीत में अलग-अलग लोगों का स्वाद अलग होता है और यह उनके लिए एक थेरेपी का काम करता है। खुद को व्यक्त करने में संगीत आपकी मदद करता है।
डा. नम्रता आनंद ने कहा, सुव्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि से उत्पन्न होती है, वह संगीत कहलाती है। संगीत हमारे जीवन में आन्तरिक और आवश्यक भूमिका निभाता है। कला को आकार देने वाले , साधने वाले साधकों के रचनात्मक प्रयासों को सम्मान और अवसर देने का दीदीजी फाउंडेशन संकल्पित है। संगीत हमें मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य प्रदान करता है। यह जीवन भर हमारी मानसिक और भावनात्मक समस्याओं से लड़ने में मदद करता है। संगीत ईश्वर का दिया हुआ प्राकृतिक उपहार है, जो हमें मानसिक तथा शारीरिक रुप से पूर्णतः स्वस्थ बनाये रखने में हमारी सहायता करता है। संगीत वह शक्तिशाली माध्यम है, जो हमारी ध्यान की शक्ति को बढ़ाता है और हमेशा हमारे जीवन में आयी नकारात्मकता को दूर कर हमे सफलता के ओर अग्रसित करता है। संगीत में एक दिव्य शक्ति है। यह मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है। यह लोगों को एक साथ बांधता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को डा. नम्रता आनंद ने अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।