बिजली बिल से परेशान उपभोक्ता की गुहार: “घर खाली है फिर भी हर महीने भारी बिल, स्मार्ट मीटर ही समाधान”
नालंदा, 23 अप्रैल 2025: नालंदा जिले के बिहार शरीफ डिविजन में एक उपभोक्ता ने बिजली बिल की अनियमितताओं से परेशान होकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की मांग की है। बिजली उपभोक्ता मुन्नी देवी ने अधिशासी अभियंता को पत्र लिखते हुए कहा है कि वह अपने पूरे परिवार के साथ झारखंड में रहती हैं, फिर भी हर महीने 800 से 900 रुपये तक का बिजली बिल आ रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि उन्हें अब पुराना मीटर नहीं चाहिए, और सिर्फ स्मार्ट प्रीपेड मीटर से ही राहत मिल सकती है।
अपने आवेदन में मुन्नी देवी ने अपील की है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से वे आवश्यकता अनुसार बिजली की खपत कर सकेंगी और अनावश्यक बिलिंग से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने विभाग से अनुरोध किया है कि उनके घर का पुराना मीटर हटाकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जाए।
राज्यभर में स्मार्ट मीटर को लेकर जागरूकता बढ़ी
उल्लेखनीय है कि बिहार राज्य में अब तक 65 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने इस वर्ष स्मार्ट प्रीपेड उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट 25 पैसे सस्ती बिजली देने की घोषणा की है। इससे न सिर्फ उपभोक्ताओं को राहत मिल रही है, बल्कि बिजली की पारदर्शी और सटीक बिलिंग भी सुनिश्चित हो रही है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के प्रमुख लाभ
* यह मीटर निशुल्क लगाया जाता है।
* उपभोक्ता को सटीक और समय पर बिलिंग की सुविधा मिलती है।
* रिचार्ज की गई राशि पर बैंक दर से अधिक ब्याज प्राप्त होता है।
* 6 माह तक ओवरलोड पर कोई पेनल्टी नहीं लगती।
* सिक्योरिटी डिपॉजिट नहीं देना होता।
* सौर ऊर्जा को ग्रिड से जोड़ने के लिए यह मीटर पूरी तरह सक्षम है।
* मोबाइल ऐप पर बिजली खपत की पूरी जानकारी उपलब्ध होती है।
* उपभोक्ता बिजली विभाग के कर्जदार बनने से बचते हैं।
बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की मांग को प्राथमिकता देते हुए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है, ताकि हर घर तक पारदर्शी और सुलभ बिजली सेवा पहुंचाई जा सके।