स्वामी विवेकानन्द की शिकागो भाषण के उपलक्ष्य में विजय दिवस कार्यक्रम में लघु कुटीर उद्योग कार्यशाला का हुआ आयोजन
महान विचारक, युग प्रवर्तक, विश्व गुरू स्वामी विवेकानन्द जी की शिकागो में दिए गए युगान्तरकारी सम्बोधन के उपलक्ष्य में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस द्वारा विजय दिवस कार्यक्रम का आयोजन पूरे वैश्विक स्तर पर किया जा रहा है। इस क्रम में दीपक कुमार अभिषेक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-सह-अध्यक्ष, बिहार प्रदेश, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस, बिहार के नेतृत्व में नन्दा कुमारी, अध्यक्ष, पटना जिला महिला प्रकोष्ठ, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के संयोजन से विजय दिवस कार्यक्रम सप्ताह में कुटीर उद्योग कार्यशाला का आयोजन बी.जी.-2, रॉयल गॉर्डेन अपार्टमेंट, नागेश्वर कॉलोनी, पटना- 1 में किया गया।
बिहार प्रदेश ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस लघु कुटीर उद्योग को धरातल पर लाने वाला ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के अन्तर्गत विश्व का पहला राज्य है। रागिनी रंजन, प्रबंध न्यासी, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने ठाना है कि समाज की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इन्हीं के संकल्प को पूरा करने की जवाबदेही बिहार में दीपक कुमार अभिषेक, नन्दा कुमारी, शवन्दना सिन्हा, रचना सिन्हा, रश्मि सिन्हा, आराधना कुमारी, वन्दना कुमारी एवं इनकी पूरी टीम को सौंपा गया है जिसे पूरा करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि कुटीर उद्योग सामाजिक एवं आर्थिक जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए एक विशेष अभियान है जिसे समर्पित भाव से पूरा करने की जवाबदेही ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों की है।
कार्यक्रम की शुरूआत भगवान श्री चित्रगुप्त के दीप प्रज्जवलन एवं स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि से राजीव रंजन प्रसाद, ग्लोबल अध्यक्ष, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के द्वारा की गयी। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि लगभग सवा सौ वर्ष होने को हैं जहाँ शिकागो से स्वामी विवेकानन्द ने हिन्दुस्तान को विश्व गुरू होने का गौरव हम सभी को दिलाया। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने एक सप्ताह तक विश्व विजय दिवस मनाने का निर्णय लिया एवं दुनिया के ज्यादातर देशों में एवं हिन्दुस्तान में न केवल शहरों/महानगरों में बल्कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए।
साथ ही साथ स्लम के बच्चों के बीच कॉपी, किताब, बिस्कुट एवं चॉकलेट आदि का वितरण भी जगह-जगह पर किया गया। कई विद्यालयों में निबंध, कई स्थानों पर खेल प्रतियोगिताएं आदि भी इस आयोजन का हिस्सा रहे हैं। बिहार में इसमें एक कड़ी और जोड़कर कुटीर उद्योग जो हमारी प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन जी ने एक ऐसी सोच को प्रतिपादित किया जिससे समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण को नई दिशा मिले। इस अभियान को देश के कई हिस्सों में शुरू करने की तैयार चल रही थी, परन्तु बिहार प्रदेश के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष नन्दा कुमारी एवं उनकी टीम बधाई की पात्र हैं जिन्होंने इस संकल्प को बिहार की जमीन पर तीज के अवसर से ही उतारा है।
ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन द्वारा कुटीर उद्योग कार्यशाला में महिलाओं को उड़द एवं मूंग की बरी बनाने की विधि बरी बनाकर प्रशिक्षित किया गया। इनका मार्गदर्शन महिलाओं के लिए काफी उत्साहवर्द्धक रहा। इन्होंने विस्तार से वैश्विक स्तर पर कुटीर उद्योग में तैयार सामानों के मार्केंटिंग के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
दीपक कुमार अभिषेक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह अध्यक्ष, बिहार, ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस द्वारा उत्पाद के लिए महिलाओं की टीम को शुभकामनाएं दी गयी। इस अवसर पर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के बिहार प्रदेश एवं महिला प्रकोष्ठ के पदाधिकारीगण उपस्थित थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ लघु कुटीर उद्योग कार्यशाला का समापन किया गया।