एक नवंबर से दिल्ली में खुलेंगे स्कूल, घाटों पर छठ पूजा की इजाजत
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बुधवार 27 अक्टूबर को हुई बैठक में कई निर्णय लिए गए। इस दौरान यह फैसला लिया गया कि आगामी एक नवंबर से सभी कक्षाओं के स्कूल खोलने की अनुमति दे दी गई है। हालांकि इस दौरान किसी भी अभिभावक को बच्चे को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सभी स्कूलों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा। बच्चों को स्कूल बुलाने वाले स्कूल यह सुनिश्चित करेंगे कि पढ़ाई हाइब्रिड मोड में हो। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि 50 पर्सेंट से ज्यादा बच्चों को न बुलाया जाए।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘स्कूल यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का वैक्सीनेशन 100 फीसदी पूरा हो चुका हो। डीडीसीए को बताया गया है कि दिल्ली में स्कूलों के 98-99 प्रतिशत स्टाफ को कम से कम एक डोज लग चुकी है।’
छठ पूजा करने की मिली अनुमति
इसी के साथ इस बैठक में दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा करने की अनुमति भी दे दी गई है। इस फैसलों की जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दी। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के हालात इस वक्त काबू में हैं। चिंता की बात नहीं, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है। सिसोदिया ने कहा कि छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन को मंजूरी भी मिल गई है। कुछ निर्धारित जगहों पर ही इसका आयोजन होगा। कोविड प्रोटोकॉल के साथ सीमित संख्या में ही लोग इसमें शामिल हो पाएंगे। दिल्ली में किन-किन जगहों पर छठ पूजा होगी, इसको लेकर पूजा कमेटियों के साथ मिलकर लिस्ट बनाई जाएगी।