नीतीश जी पर संगत का पड़ने लगा असर, अब संवैधानिक संस्थानों पर भी विश्वास नहीं रहा : विजय कुमार सिन्हा
पटना, 9 अक्तूबर । बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उन्हें संवैधानिक संस्थाओं पर भी विश्वास नहीं रह गया।
उन्होंने कहा वे जिस तरह उच्च न्यायालय के आदेशों के लिए वे भाजपा को जिम्मेदार बता रहे उससे साफ है कि उनपर या तो उम्र का असर हो रहा है या परिस्थितिवश लाचार हैं।
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री सिन्हा ने हालांकि यह भी कहा कि इस परिस्थिति को पैदा करने वाले भी वे खुद हैं।
उन्होंने कहा कि जिस बीमारी को एनडीए की सरकार में बिहार से दूर कर दी गई थी, उसे महामारी बनाकर नीतीश कुमार जी ने फिर से बिहार में लाकर राज्य को खोखला करने की तैयारी कर ली है।
उन्होंने कहा कि बेगूसराय में चिकित्सक की हत्या, मोतिहारी में प्रोफेसर को गोली मारना, बिहटा में विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म आपके द्वारा लाई गई महामारी का ही परिणाम है कि जनता उस बीमारी को फिर से जागृत होने से डर रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आपकी सरकार की गलती के कारण नगर निकाय चुनाव पर उच्च न्यायालय ने अपना आदेश दिया, अब आपको उसमे भी भाजपा नजर आ रही है।
उन्होंने कहा कि स्थिति तो आपकी ऐसी हो गई कि अब आप भ्रष्टाचार मामले में सजायाफ्ता को भी क्लीनचिट देते घूम रहे हैं। अब तो संवैधानिक संस्थाओं पर भी विश्वास नहीं रहा।
भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, जब हत्या, अपहरण, दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ती हैं, तो इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव अतिपिछड़े वर्ग पर ही पड़ता है, आप तो खैर, कभी अति पिछड़ा के हितैषी रहे ही नहीं, तो अब क्या रहेंगे?
उन्होंने इशारों ही इशारों में राजद नेता तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि नीतीश जी आप तो मुख्यमंत्री पद का उत्तराधिकारी भी ऐसे व्यक्ति को बनाया, जो अति पिछड़े की समस्या की बीमारी को और बढ़ा देगा। अति पिछड़े की हित की बात तो कतई नहीं करेगा।
ऐसी स्थिति में आपने अतिपिछड़ों की सभी बीमारियों को बढ़ा दी है।