सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क, सचिव स्वास्थ्य एवं अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की दी अद्यतन जानकारी
पटना, 09 जून 2020:- वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीडिया के साथ संवाद। सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी दी।
सचिव, सूचना एवं जन-संपर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। मुख्य सचिव द्वारा प्रतिदिन इसकी उच्चस्तरीय समीक्षा की जा रही है और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की नियमित बैठक हो रही है। हर प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है और सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। श्री अनुपम कुमार ने बताया कि अभी ब्लॉक
क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या 4,552 है जिनमें 1 लाख 21 हजार 779 लोग आवासित हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स में अब तक 15 लाख 20 हजार 941 लोग आवासित हो चुके हैं। इनमें से 13 लाख 99 हजार 162 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर वापस जा चुके हैं। मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत बाहर फंसे बिहार के 20 लाख 87 हजार 219 लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की सहायता राशि भेजी जा चुकी है।
असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में किसानों की जो फसल क्षति हुई है, उसके लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत 730 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गयी है। इसमें से अब तक 451 करोड़ रूपये 13 लाख 55 हजार किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है।
शेष किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जल्द ही कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभावित किसानों के खाते में भेज दी जायेगी। राशनकार्ड विहीन सुयोग्य परिवारों के लिए अब तक 15 लाख 76 हजार नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं।
श्री कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किये जा रहे कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक लगभग 4 लाख 48 हजार योजनाओं के अंतर्गत 5 करोड़ 61 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है। बाहर से बिहार आये लोगों की मदद के लिए सभी जिलों में डिस्ट्रिक्ट लेवल काउन्सिलिंग सेंटर्स या हेल्प डेस्क बनाये जा रहे हैं।
यह सेटअप होने की प्रक्रिया में है। डिस्ट्रिक्ट लेवल काउन्सिलिंग सेंटर्स/हेल्प डेस्क से रोजगार प्राप्त करने के संबंध में लोगों को जानकारी दी जायेगी। रोजगार देने के लिए दो तरह की स्ट्रैटजी अपनाई गयी है। पहला यह कि सभी विभागों की जो स्कीम्स चल रही हैं, उनकी कैपेसिटी बढ़ाने को कहा गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। दूसरी स्ट्रैटजी यह है कि अभी जो प्राइवेट इंडस्ट्रीज चल रही हैं तथा सरकार द्वारा जो स्किल सर्वे कराया गया है दोनों का डेटा इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के पोर्टल पर है।
यहां पर सभी इंडस्ट्रीज अपने रिक्वायरमेंट्स फीड करके रखते हैं। हमलोग उस पोर्टल पर स्किल सर्वे का डेटा फीड करते हैं। आर्टिफीषियल इंटेलिजेंस तकनीक का प्रयोग करते हुये ऐप के माध्यम से स्किल सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नियोक्ता एवं इच्छुक श्रमिकों की आवश्यकता को मैच करते हुये रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। संबंधित श्रमिकों को रोजगार के संबंध में स्वतः मैसेज चला जाता है कि उनके लिए रोजगार के कहां-कहां अवसर उपलब्ध हैं। श्रमिक अपनी सुविधानुसार सहमति भेज देते हैं और उनको जॉब ऑफर कर दिया जाता है। इसके अलावा जो इंडस्ट्रियल पॉलिसी है, उसमें भी आवष्यकतानुसार मिडटर्म अमेडमेंट के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। नये उद्योग लगाने वालों को जो इंसेंटिव्स देने की आवश्यकता होगी वह दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 1 लाख 5 हजार 588 सैंपल्स की जांच की गयी है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,364 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 188 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। 24 घंटे में 228 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक कुल 2,770 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 51.6 प्रतिशत है। बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 2,560 एक्टिव मामले हैं।
3 मई के बाद बाहर से बिहार आने वाले लोगों में से 3,853 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुयी है जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 72 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। डोर टू डोर स्क्रीनिंग में ऐसे व्यक्तियों की 14 दिनों तक मॉनिटरिंग भी की जा रही है। स्क्रीनिंग टीम प्रतिदिन प्रवासियों के घरों पर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी ले रही है और ये भी देख रही है कि वे होम क्वारंटाइन की गाइडलाइन्स का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। साथ ही स्क्रीनिंग दल यह भी देख रहा है कि उनमें कोविड-19 के लक्षण हैं अथवा नहीं।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देने पर उसे छुपाये नहीं बल्कि सर्वेक्षण दल को इसकी सूचना दें एवं ससमय इसकी जांच करायें। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से मृत्यु के दो नये मामले सामने आये हैं। एक मामला सारण जिले से संबंधित है जिनकी उम्र 46 वर्ष थी वे कई अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे और बाहर से आये थे। दूसरा मामला औरंगाबाद जिले का है, मृतक की उम्र 58 वर्ष थी, वे भी पूर्व से कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 1 जून 2020 से गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी नई गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। 1 जून से अब तक कुल 18 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 38 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 7,314 वाहन जब्त किये गये हैं। इससे कुल 2 करोड़ 2 लाख रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 5 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं। इस दौरान 776 वाहन जब्त किये गये हैं और 22 लाख 84 हजार 800 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नई दिशा निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं। ’’’’’’