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कचड़े की सड़ांध से त्रस्त हैं राजधानीवासी

पटना। अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में निगमकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डंटे हैं। उनके हड़ताल के कारण पटना नगर निगम द्वारा सफाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा है। वैसे मुख्य मार्ग जिस पर अधिकारियों व वीआईपी लोगों का आना जाना है वहां स्वीपिंग मशीन से सफाई तो किया जा रहा है लेकिन अन्य स्थानों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। हालात यह है कि राजधानी के कई इलाकों में कूड़े का उठाव तक नहीं हुहा है। बोरिंग कैनाल रोड सब्जी मंडी के पास कचरा जमा है।
मैनपुरा मोहल्ले के अंदर कूड़े से लोग परेशान हैं। बेली रोड में शेखपुरा मोड़ से जगदेवपथ तक कई स्थानों पर कूड़ा जमा है। हनुमान नगर, अशोक नगर, चित्रगुप्त नगर, राजेन्द्रनगर, एसके नगर, किदवईपुरी, मंदिरी, बुद्धाकॉलोनी, पोस्टलपार्क का हाल भी बेहाल है। शहर में कूड़े के अंबार को देखते हुए नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने अपने संसाधन का इस्तेमाल करते हुए सड़कों की सफ ाई का निर्देश दिया है। स्वीपिंग मशीन से मुख्य सड़कों की सफ ाई भी की जा रही है। छह मशीनों से फ्रेजररोड, डाकबंगला से न्यू सचिवालय, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, राजभवन व मुख्यमंत्री आवास के आसपास के क्षेत्रों में सफ ाई की गई। पटना नगर निगम के नगर आयुक्त द्वारा दिये गये निर्देश के बाद निगम के संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए कई स्थानों से कूड़ा उठाव तो किया जा रहा है लेकिन सड़कों पर झाड़ू नहीं लग रहे हैं।
सड़कों पर झाडू़ लगाने वाले सफाईकर्मी इस हड़ताल के कारण सफाई कार्य भी नहीं कर रहे। मुख्य मार्ग को छोड़ राजधानी के सभी अन्य मार्गो में कूड़ा यत्र तत्र फैला हुआ है। थोड़ी सी बारिश होने के बाद कूड़े के सड़ांध के कारण मुहल्लावासियों का जीना दूभर हो गया है। निगमकर्मियों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हड़ताल जारी रहेगा। हर बार सरकार की ओर से आश्वासन दिया जाता है लेकिन हड़ताल के बाद उन मांगों को नहीं मानी जाती है जिसका खामियाजा निगमकर्मियों को भुगतना पड़ता है।
श्वेता / पटना