अंतिम इंटरनेशनल मैच के दौरान रॉस टेलर की आंखों से निकले आंसू, विदाई मैच में नहीं चला बल्ला
सोमवार को नीदरलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे मैच रॉस टेलर के करियर का कीवी टीम के लिए अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने उतरे थे। यही वजह रही कि नेशनल एंथम के समय टेलर की आंखों में आंसू थे और उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। लम्हा ही ऐसा था।
नेशनल एंथम के समय न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी टेलर अपने बच्चों के साथ मौजूद थे। टेलर के साथ मैदान पर उनके तीनों बच्चे- मैकेंजी, जोंटी और ऐडिलेड- भी आए थे। वनडे सीरीज के आखिरी मैच से पहले सबने न्यूजीलैंड का राष्ट्रगान भी गाया। उनके तीनों बच्चों ने भी कीवी टीम की टोपी पहन रखी थी। उस कैप पर टेलर का नाम लिखा हुआ था। टेलर मार्टिन गप्टिल के साथ खड़े थे। टेलर इस लम्हे पर अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए। उनकी आंखों से झरझर आंसू बह रहे थे। टेलर को ऐसा देख मैदान में मौजूद लोग भी भावुक हो गए। दरअसल टेलर ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वो नीदरलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से खुद को अलग कर लेंगे।
विदाई मैच में नहीं चला बल्ला
नीदरलैंड्स के खिलाफ अपने करियर का आखिरी मुकाबला खेलने उतरे तो टीम के लिए उनका 450वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। हालांकि अपने विदाई मैच को वह यादगार नहीं बना पाए। सडन पार्क पर वह सिर्फ 14 रन बनाकर पविलियन लौट गए। पर इतिहास उन्हें इस एक पारी के लिए नहीं बल्कि 16 वर्षों में उनके द्वारा किए गए शानदार प्रदर्शन के लिए याद करेगा।
2 महीने पहले खेला था अपना अंतिम टेस्ट
जनवरी में खेले गए अपने टेस्ट करियर के आखिरी मैच में बांग्लादेश के खिलाफ टेलर ने गेंदबाजी भी की और विकेट हासिल करने में सफल रहे थे। न्यूजीलैंड के इस दिग्गज ने अपने वनडे करियर में 236 मैच खेले हैं और इस दौरान 8607 रन बनाए । साल 2006 में टेलर ने अपने वनडे डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था।टेलर वनडे क्रिकेट में न्यूजीलैंड की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले वाले बल्लेबाज हैं।
वनडे में न्यूजीलैंड के लिए जड़े सबसे ज्यादा शतक और अर्धशतक
टेलर ने टेस्ट क्रिकेट में 7584 रन बनाए। वहीं, टेलर वनडे में न्यूजीलैंड के लिए सबसे ज्यादा शतक और अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। अपने वनडे करियर में उन्होंने 21 शतक और 51 अर्धशतक जड़ने का कमाल किया है।
टेलर ने मार्च 2006 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। एक दौर था जब क्रिकेट की दुनिया में टेलर का खौफ गेंदबाजों के सर चढ़कर बोलता था। शुरुआत में थोड़ा समय लेने के बाद जब टेलर सेट हो जाते थे, तो वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाकर रख देते थे।