रिलायंस जियो बीएसएनएल को पछाड़ बनी सबसे बड़ी फिक्स्ड लाइन सेवा प्रदाता
नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) निजी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र की भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को पछाड़कर फिक्स्ड लाइन सेवा प्रदान करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई। देश में दूरसंचार सेवाओं की शुरुआत के बाद पहली बार किसी निजी कंपनी ने वायरलाइन श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से मंगलवार को जारी ग्राहक रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में जियो के वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 73.52 लाख पर पहुंच गई जबकि बीएसएनएल का ग्राहक आधार 71.32 लाख रहा।
बीएसएनएल देश में पिछले 22 वर्षों से वायरलाइन सेवाएं प्रदान कर रही है, जबकि जियो ने तीन साल पहले ही अपनी वायरलाइन सेवा की पेशकश शुरू की थी।
इसी के साथ अगस्त में देश में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या बढ़कर 2.59 करोड़ हो गई, जो जुलाई में 2.56 करोड़ थी।
ट्राई के आंकड़ों के अनुसार, वायरलाइन सेवाएं इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में हुई इस वृद्धि में निजी क्षेत्र का योगदान रहा। इस अवधि में जियो ने 2.62 लाख नए ग्राहक जोड़े, भारती एयरटेल ने 1.19 लाख जबकि वोडाफोन आइडिया (वीआई) और टाटा टेलीसर्विसेज ने क्रमश: 4,202 और 3,769 नए ग्राहकों को जोड़ा।
इसके उलट सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों- बीएसएनएल और एमटीएनएल ने अगस्त के महीने में क्रमश: 15,734 और 13,395 वायरलाइन ग्राहकों को गंवा दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल दूरसंचार ग्राहक आधार अगस्त में मामूली रूप से बढ़कर 117.5 करोड़ हो गया, जिसमें जियो ने ज्यादतर नए ग्राहकों को जोड़ा। साथ ही शहरी केंद्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च दर से वृद्धि हुई।
अगस्त 2022 के लिए ट्राई की ग्राहक रिपोर्ट में कहा गया, “भारत में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या जुलाई 2022 के अंत में 117.36 करोड़ से बढ़कर अगस्त 2022 के अंत में 117.50 करोड़ हो गई। इसमें पिछले महीने की तुलना में 0.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।”
इसके अलावा केवल रिलायंस जियो (32.81 लाख) और भारती एयरटेल (3.26 लाख) ने इस साल अगस्त में नए मोबाइल ग्राहक जोड़े, जबकि कर्ज में डूबी निजी कंपनी वीआई ने इस महीने में 19.58 लाख मोबाइल ग्राहक खो दिए।
इस दौरान बीएसएनएल ने 5.67 लाख, एमटीएनएल ने 470 और रिलायंस कम्युनिकेशंस ने 32 ग्राहकों को गंवा दिया।