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रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM में जियो-गूगल फोन हुआ लॉन्च

एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन और देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) के दौरान जियो-गूगल फोन को लॉन्च कर दिया है। इस फोन को जियोफोन नेक्स्ट का नाम दिया गया है। इसे 10 सितंबर को 0से खरीद पाएंगे। कंपनी का कहना है कि ये देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का भी सबसे सस्ता स्मार्टफोन है। इस फोन के बारे में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया।

मुकेश अंबानी का भाषण शुरू होने से पहले कंपनी के शेयरों में करीबन 2 प्रतिशत की गिरावट दिख रही है। इस मीटिंग में कंपनी के सभी 12 डायरेक्टर मौजूद हैं। मीटिंग की शुरुआत में कंपनी ने उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी जो कोविड-19 महामारी के दौरान नहीं रहे।

मुकेश अंबानी ने कहा-

उन्होंने कहा हमारा कारोबार और बिजनेस पिछले AGM के मुकाबले उम्मीद से बेहतर बढ़ा है। लेकिन हमें जिस चीज से ज्यादा खुशी मिली वो थी रिलायंस की मानव सेवा। कोरोना के मुश्किल समय में रिलायंस ने यह काम किया। कोरोना के समय में हमारे रिलायंस परिवार ने एक राष्ट्र की तरह ड्यूटी निभाया। हमें विश्वास है कि पिछले एक साल में हमारे इस प्रयास ने हमारे संस्थापक चेयरमैन धीरूभाई अंबानी के प्रयास को आगे बढ़ाया है। इससे पहले कोरोना में अपनी जान गंवाने वाले रिलायंस के कर्मचारियों के लिए मुकेश अंबानी ने एक मिनट का मौन रखा।

मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारे दादा हमारे साथ होते तो वे गर्व महसूस करते। यही वो रिलायंस है, जिसे वो हमेशा देखना चाहते थे, जहां हर व्यक्ति जरूरतमंदों के लिए अपना पूरा योगदान दे। हम अपने समुदाय और देश की सेवा में लगे रहते हैं। जियो इंस्टीट्यूट नई मुंबई कैंपस में इस साल से अकेडमिक सेशन की शुरुआत करेगा।
ईशा-आकाश की स्पीच

मुकेश अंबानी की करीब 5 मिनट की स्पीच के बाद ईशा और आकाश ने रिलायंस फैमिली के साथ बात की। उन्होंने केयर एंड इंपैथी पॉलिसी के बारे में बताया। ईशा और आकाश अंबानी ने कहा कि कोरोना के दौरान राहत कार्यों को अपने मॉनीटरिंग के तहत रिलायंस से पूरा कराया।

नीता अंबानी की स्पीच

उन्होंने कहा कि रिलायंस ग्रुप 4.5 करोड़ भारतीयों की कोविड महामारी के दौरान लोगों की मदद की। रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने जियो इंस्टीट्यूट की घोषणा की। नई मुंबई में ही रिलायंस जियो का हेडक्वार्टर है। उन्होंने कहा कि कोविड की महामारी मानवता के लिए एक संकट है। इसने मानवता की स्पिरिट को टेस्ट किया। हालांकि एक अंधेरे के समय में हमारी स्पिरिट ने एक उजाले का काम किया। हम एक साथ आए और इस लड़ाई से लड़े। हमारी टॉप प्रायोरिटी कोविड की राहत की थी।

हम अभी भी एजुकेशन एंड सपोर्ट फोर ऑल के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी गुजरात की जामनगर रिफाइनरी ने विश्व स्तर के मेडिकल ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन किया। रिलायंस ने 100 ऑक्सीजन टैंकर्स का प्रोडक्शन किया। यह भारत और विदेशों में हुआ। हमने 250 बिस्तरों वाले कोविड सेंटर को नई मुंबई में पिछले साल स्थापित किया। कोरोना के दौरान रोजाना 1100 MT से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन किया। रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना के खिलाफ 5 मिशन (मिशन ऑक्सीजन, मिशन कोविड इंफ्रा, मिशन अन्न सेवा, मिशन एम्प्लॉयी केयर और मिशन वैक्सीन सुरक्षा) पर काम किया।

इस साल के महिला दिवस पर हमने डिजिटल प्लेटफॉर्म महिलाओं के लिए शुरू किया जिसे हर सर्कल नाम दिया गया। यह एक इंटरैक्टिव और सामाजिक डिजिटल मूवमेंट है। रिलायंस फाउंडेशन ने USAID के साथ वूमेन कनेक्ट इंडिया चैलेंज को भी इस साल लॉन्च किया। रिलायंस ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी कर्मचारी की सैलरी, बोनस कोरोना के दौरान नहीं काटी गई।

मुकेश अंबानी ने रिलायंस फाउंडेशन के बिजनेस से जुड़ी अहम बातें बताईं…

मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस का प्रदर्शन लगातार आउटस्टैंडिंग रहा है। इसका कुल रेवेन्यू 5.40 लाख करोड़ रुपए रहा है। देश की बड़ी कंपनी के रूप में रिलायंस का देश की इकोनॉमी में योगदान अच्छा रहा है। मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट में 6.8 पर्सेंट हिस्सा रहा है। 75 हजार नए रोजगार दिया है।

रिलायंस जियो ने पूरे साल के दौरान 3.79 करोड़ नए ग्राहक जोड़े। यह 42.5 करोड़ ग्राहकों को सेवा देती है। यह देश के 22 सर्कल में से 19 सर्कल में रेवेन्यू के लिहाज से लीडर है। रिटेल शेयर धारकों ने एक साल में राइट इश्यू से 4 गुना का रिटर्न कमाया है।

हमारा ऑयल टू केमिकल बिजनेस इकोनॉमी में गिरावट के कारण चुनौतियों से जूझता रहा। अभी भी ग्लोबल लेवल पर रिलायंस ही एकमात्र कंपनी है जो पूरी क्षमता के साथ अपना ऑपरेशन चला रही है और हर तिमाही में फायदा कमा रही है।

रिलायंस रिटेल लगातार संगठित सेक्टर में लीडरशिप की पोजीशन में है। इसका जो अगला कंपटीटर है, उसकी तुलना में यह 6 गुना बड़ी है। हम ग्रॉसरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और अपैरल में लीडर हैं। मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ने नेट डेट फ्री बैलेंसशीट को मार्च 2021 के पहले ही पूरा कर लिया। हमारा लक्ष्य मार्च 2021 तक का था। इसे दो साल पहले पूरा किया गया है।

5.4 लाख करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू जनरेट किया। 53,739 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ, जो पिछले साल से करीब 39% ज्यादा है। 107 देशों में 1.45 लाख करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट किया। वहीं, 75000 लोगों को रोजगार दिया।
रिलायंस ने पिछले फाइनेंशियल ईयर में 21,044 करोड़ रुपए की कस्टम ड्यूटी दी। 85,306 करोड़ रुपए का जीएसटी और वैट दिया। 3216 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स दिया। 3,24,432 करोड़ रुपए की कैपिटल जुटाई। रिटेल इन्वेस्टर्स को राइट्स इश्यू से 1 साल में 4 गुना रिटर्न मिला

साउदी आरामको के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप पर मुकेश अंबानी ने कहा कि सउदी अरामको के साथ इसी साल पार्टनरशिप की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। रिलायंस के बोर्ड में बदलाव भी हुए हैं। वीई पी त्रिवेदी ने बोर्ड से रिटायरमेंट लिया और सउदी अरामको के चेयरमैन और किंगडम के गवर्नर यासिर-अल-रमायन रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल हुए हैं। किंगडम 430 अरब डॉलर का सॉवरेन वेल्थ फंड है।

क्लीन एनर्जी की दिशा में मुकेश अंबानी का बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 2021 में RIL न्यू एनर्जी एंड मटेरियल बिजनेस के लिए 4 गीगा प्लांट लगाएगी। इसके लिए अगले तीन साल में 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। 2030 तक रिलायंस 100 गीगावाट सोलर एनर्जी का उत्पादन करेगा। इसका उद्देश्य देश और वैश्विक स्तर पर ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना है।

जियो से जुड़ी अहम बातें…

40 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ जियो भारत का सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है। वहीं चीन के बाद दूसरा ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा डाटा का इस्तेमाल हो रहा है।

भारत को 2G मुक्त बनाने के लिए अल्टा-अफोर्डेबल स्मार्टफोन की जरूरत है। इसे देखते हुए जियो और गूगल ने जियोफोन नेक्स्ट लॉन्च कर दिया है।

जियो 5G सॉल्यूशन के लिए रिलायंस गूगल क्लाउड का इस्तेमाल करेगी। हालांकि, अभी जियोफोन नेक्स्ट की कीमत की घोषणा नहीं की गई है।