राजस्थान ने भारत की स्वाधीनता के संग्राम को कई नायक दिए -राजीव रंजन
जोधपुर/दिल्ली/पटना 28 अगस्त 2022: ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ़्रेन्स के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने भारत की आज़ादी के नायकों की स्मृति में आयोजित नायकों की स्मृति में आयोजित राष्ट्र व्यापी व्याख्यानमाला के अवसर पर राजस्थान के अनेक सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे स्वतंत्रता सेनानी स्व मथुरा दास माथुर को एक विराट व्यक्तित्व की संज्ञा देते हुए कहा कि राजस्थान की नवनिर्माण यात्रा में उनकी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
जहां एक और वह आज़ादी के संग्राम के प्रथम पंक्ति के सेनानी थे वहीं स्वतंत्र भारत में उनके अनेक यादगार फ़ैसले आज के राजनेताओं के लिए अनुकरणीय हैं ।इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी स्व गोबिंद लाल माथुर को भी उन्होंने श्रधांजलि दी।
श्री प्रसाद ने इस अवसर पर राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री स्व माणिक्य लाल वर्मा एवं स्व शिवचरण माथुर को राष्ट्रीय नायक बताया ।
श्री प्रसाद ने आज़ादी के योद्धाओं एवं सेना के जाँबाज़ जवानों को मुश्किल से मिली इस आज़ादी की हिफ़ाज़त के लिए सराहा।
मुख्य वक्ता प्रसिद्ध सर्जन डॉक्टर जगमोहन माथुर ने स्व मथुरा दास माथुर को एक दूरदर्शी एवं लोकप्रिय राजनेता बताया।
प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने आज़ादी के इन पचहत्तर वर्षों की यात्रा को बेमिसाल बताते हुए राजनेताओं, वैज्ञानिकों, साहित्यकारों एवं पत्रकारों की भूमिका को रेखांकित किया।
ग्लोबल महासचिव अनुराग सक्सेना ने ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ़्रेन्स द्वारा सम्पूर्ण राष्ट्र में आज़ादी के नायकों की स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला को महाभियान बताते हुए इसे नई पीढ़ी के लिए अत्यंत प्रेरणादायक कहा।
ग्लोबल वित्त अधिकारी निश्का रंजन ने कहा कि भारत को विश्व की एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में परिणत करने के लिए हमें कृत संकल्पित होना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जीकेसी राजस्थान के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने की। संचालनप्रदेश महासचिव सपना वर्मा ने किया /कार्यक्रम के संयोजक गिरीश माथुर ने स्वागत किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, राष्ट्रीय संगठन मंत्री शुभ्रांशु श्रीवास्तव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विवेक भटनागर, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष रचना सक्सेना, मुक्ता माथुर, राजीव नेपालिया, कविता श्रीवास्तव, लक्ष्मी नारायण भटनागर, राजकुमार सक्सेना, डॉक्टर योगिता सक्सेना, अविरल सक्सेना, अर्जुन सक्सेना, आलोक सक्सेना, डॉक्टर राकेश सिन्हा, विजेता सिन्हा, पीयूष सक्सेना, संजय माथुर आदि थे।