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रेलवे की भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, किसी प्रकार के झांसे में ना आएं अभ्यर्थी

पटना। आरआरबी ने लेवल 1 भर्ती के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित करने के लिए एक प्रतिष्ठित कंपनी को नियुक्त किया है जिसमें 1.1 करोड़ से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हो रहे हैं।

भारतीय रेल के 12 क्षेत्रीय रेलवे पर सीबीटी के तीन चरण पहले ही पूरे किए जा चुके हैं तथा 19 सितंबर से चौथा चरण शुरू हो गया है। किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने और समाप्त करने के लिए सिस्टम में उच्चस्तरीय सुरक्षा प्रणाली उपलब्ध करवाई गई हैं। उम्मीदवारों को केंद्र का आवंटन कंप्यूटर लॉजिक के माध्यम से रेंडम रूप से किया जाता है। साथ ही एक बार जब उम्मीदवार परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करते हैं और अपना पंजीकरण कराते हैं तो कंप्यूटर लैब और सीटों का आवंटन भी रेंडम रूप से ही किया जाता है।

प्रश्न पत्र अत्यधिक इन्क्रिप्टेड रूप में होता है और उम्मीदवार के अलावा कोई भी प्रश्न पत्र एक्सेस नहीं कर सकता। परीक्षा प्रारंभ होने के बाद उम्मीदवार द्वारा जब कंप्यूटर में दूसरा और अंतिम लॉगिन करने के उपरांत ही प्रश्न पत्र का अंतिम डिक्रिप्शन होता है। उम्मीदवारों को उपलब्ध कराए गए प्रश्न पत्र में प्रश्नों का क्रम एवं प्रश्नों के उत्तर हेतु उपलब्ध चार विकल्प भी रेंडम रूप में होता है। परीक्षा केंद्र में प्रत्येक उम्मीदवार के पास यूनिक प्रश्न पत्र होता है तथा किसी भी 2 उम्मीदवारों का प्रश्न पत्र में प्रश्नों एवं उनके विकल्पों का क्रम एक समान नहीं होता है।

इस प्रकार प्रश्न का क्रम मास्टर प्रश्न पत्र के क्रम से पूरी तरह भिन्न होता है। यदि कोई दावा करता है कि वह किसी उम्मीदवार को उत्तर कुंजी प्रदान कर सकता है तो यह पूरी तरह से गलत, आधारहीन और भ्रामक है। यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड सिस्टम होने के कारण पूरी तरह पारदर्शी है।

इसमें किसी भी एक व्यक्ति द्वारा किसी उम्मीदवार को एलॉट किए गए सीट, प्रश्नों का क्रम आदि की जानकारी प्राप्त नहीं की जा सकती है। परीक्षा का संचालन सीसीटीवी की कड़ी निगरानी में संपन्न होता होता है जहां प्रत्येक परीक्षार्थी की पूरी रिकार्डिंग की जाती है। रेलवे उम्मीदवारों से एक बार पुन: अवैध रूप से नियुक्ति के झूठे वादों के साथ उम्मीदवारों को गुमराह करने की कोशिश करने वाले दलालों से सतर्क रहने का अपील करती है।