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Quad Summit 2022: जानें, भारत के लिहाज से यह बैठक क्यों है अहम

टोक्यो में तीसरे चार देशों के राष्ट्र प्रमुखों की शिखर बैठक यानि ”क्वाड लीडर्स समिट” होने जा रही है। यह बैठक 24 मई, 2022 यानि मंगलवार को है। प्रमुख बात यह है कि इस क्वाड सम्मेलन पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी होंगी। दरअसल, इसी दिन रूस और यूक्रेन युद्ध को तीन महीने पूरे होंगे। वहीं, भारत के लिहाज से भी यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। ऐसे में हमारे लिए यह जानना जरूरी होगा कि ”क्वाड” क्या है ?

क्या है क्वाड ?

क्वाड यानि ‘चतुर्भुज सुरक्षा संवाद’ (QUAD- Quadrilateral Security Dialogue), इसकी स्थापना साल 2007 में हुई थी। क्वाड भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच अनौपचारिक रणनीतिक वार्ता मंच है। इसका प्रमुख उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और समन्वय स्थापित करना है।

क्यों है महत्वपूर्ण ?

विशेषज्ञ बताते हैं कि “दुनिया की तेल आपूर्ति का एक बड़ा हिस्सा हिंद महासागर के माध्यम से होर्मुज के जलडमरूमध्य से जाता है। उन तेल आपूर्ति की सुरक्षा पूरे क्षेत्र की समृद्धि के लिए आवश्यक है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रतिद्वंद्विता भी है। जाहिर है इसके हमारे लिए गंभीर सुरक्षा निहितार्थ हैं और इसलिए हम शांति बनाए रखने के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग में एक रणनीति विकसित कर रहे हैं। ऐसे में यहा से होकर गुजरने वाले समुद्री मार्गों की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत एक साथ आएं हैं।

पहले कब-कब हुईं क्वाड की बैठक ?

याद हो, इसके पहले चारों देशों के प्रमुख मार्च, 2021 में पहली वर्चुअल बैठक; सितंबर, 2021 में वाशिंगटन डीसी की व्यक्तिगत शिखर बैठक और मार्च, 2022 की वर्चुअल बैठक में भाग ले चुके हैं।

PM मोदी क्वाड लीडर्स समिट में लेंगे भाग

इस बार जापान के प्रधानमंत्री महामहिम फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर पीएम मोदी, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति महामहिम जोसेफ आर. बाइडेन जूनियर और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ 24 मई, 2022 को टोक्यो में तीसरे चार देशों के राष्ट्र प्रमुखों की शिखर बैठक (क्वाड लीडर्स समिट) में भाग लेंगे। बता दें, टोक्यो की शिखर बैठक, चार देशों के राष्ट्र प्रमुखों की बातचीत का चौथा अवसर होगा।

शिखर बैठक के दौरान क्या रहेगा खास ?

गौरतलब हो, आगामी शिखर बैठक, राष्ट्र प्रमुखों को भारत-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों और पारस्परिक हित के समकालीन वैश्विक मुद्दों पर विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगी। राजनेता शिखर बैठक की पहल और कार्य समूहों की प्रगति की समीक्षा करेंगे, सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करेंगे और भविष्य में सहयोग के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन और दृष्टि प्रदान करेंगे।

पीएम मोदी 24 मई को जापान के प्रधानमंत्री महामहिम फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री किशिदा के साथ बैठक, दोनों राजनेताओं को मार्च, 2022 में आयोजित 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हुई बातचीत को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी, जब पीएम किशिदा भारत की यात्रा पर आए थे। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री जापान के व्यापार जगत के प्रतिनिधियों के साथ बिजनेस इवेंट में भाग लेंगे और जापान में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे तथा उनके साथ बातचीत भी करेंगे।

पीएम मोदी 24 मई 2022 को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति महामहिम जोसेफ आर बाइडेन के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे। यह बैठक उनके नियमित संवाद की निरंतरता को आगे बढ़ाएगी। पिछली बातचीत 11 अप्रैल, 2022 को वर्चुअल रूप में हुई थी। दोनों राजनेताओं से भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने और सितंबर, 2021 में राष्ट्रपति बाइडेन के साथ प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठक के दौरान हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाने की उम्मीद है। वे आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर अपने विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे।

वहीं पीएम मोदी की ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक होने की संभावना है, जहां 21 मई, 2022 को चुनाव हो रहे हैं। दोनों राजनेताओं से भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने और आपसी हित के क्षेत्रीय व वैश्विक घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच पिछली द्विपक्षीय बैठक 21 मार्च, 2022 को वर्चुअल रूप में हुई थी, जिसके बाद 2 अप्रैल, 2022 को भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) पर हस्ताक्षर किए गए थे

क्या है उद्देश्य ?

ज्ञात हो पीएम मोदी ने क्वाड बैठक में हिस्सा लेने के लिए जापान रवाना होने से पहले जानकारी देते हुए कहा था कि ”मैं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर 23-24 मई, 2022 तक जापान के टोक्यो का दौरा करूंगा। मार्च 2022 में, मुझे 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री किशिदा की आवभगत का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। टोक्यो की अपनी यात्रा के दौरान, मैं भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से हमारे संवाद को आगे बनाए रखने के लिए उत्सुक हूं।”

– जापान में, पीएम मोदी सेकेंड इन-पर्सन क्वाड नेता सम्मेलन में भी भाग लेंगे, जो चार क्वाड देशों के नेताओं को क्वाड पहलों की प्रगति की समीक्षा करने का अवसर उपलब्ध कराएगा। इस बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों तथा परस्पर हित के वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा।

– पीएम मोदी की राष्ट्रपति जोसेफ बिडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी, जहां पीएम मोदी अमेरिका के साथ अपने विभिन्न पहलुओं वाले द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय विकास और समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर भी संवाद जारी रखा जाएगा।

– ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज पहली बार क्वाड लीडर्स सम्मेलन में शामिल होंगे। ऐसे मौके पर पीएम मोदी उनके साथ एक द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुआयामी सहयोग तथा क्षेत्रीय और पारस्परिक हितों के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

– भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। मार्च शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री किशिदा और पीएम मोदी ने जापान से भारत में अगले पांच वर्षों में सार्वजनिक और निजी निवेश तथा वित्तपोषण में 5 ट्रिलियन जापानी येन प्राप्त करने के अपने इरादे की घोषणा की थी। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी इस लक्ष्य के अनुसरण में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के ध्येय के साथ जापान के व्यापार जगत के शीर्ष व्यक्तियों के साथ मुलाकात करेंगे। वहीं पीएम मोदी जापान में भारतीय डायस्पोरा के लगभग 40,000 सदस्य से भी बातचीत करेंगे, जो जापान के साथ भारत के संबंधों में एक महत्वपूर्ण आधार हैं।