डीएम ने पल्स पोलियो अभियान का किया शुभारंभ
पटना। डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह द्वारा न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल पटना में पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया।
उन्होंने इस अवसर पर बैलून उड़ाकर लोगों को दो बूंद जिंदगी का संदेश देते हुए पोलियो से मुक्ति के लिए 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने की अपील की। पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान 19 जून से 23 जून तक चलेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, सिविल सर्जन एवं अन्य अधिकारियों द्वारा उपस्थित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। डीएम डॉ सिंह ने अपील की कि जिले में एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित नहीं रहे। इस अभियान में 0से 5 वर्ष तक के लगभग 8 लाख 79 हजार 18 बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। घरों की अनुमानित संख्या 13 लाख 31 हजार 642 है।
इस अभियान में 3655 टीम संलग्न है जिसमें 2781 हाउस टू हाउस टीम, 700 ट्रांजिट टीम, 119 मोबाइल टीम एवं 55 एकल व्यक्ति टीम शामिल है। कुल मानव शक्ति की संख्या 8676 है जिसमें 7255 वैक्सीनेटर, 1239 सुपरवाइजर एवं 182 टीका व कोल्ड चेन हैंडलर हैं। एकल अभियान के लिए ओरल पोलियो वैक्सीन ओपीवी वायल 70700 है।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि 19 जून से 23 जून तक पल्स पोलियो कार्यक्रम में कोई भी क्षेत्र एवं नवजात छूटे नहीं मिस्ड एरिया मिस्ड न्यू बॉर्न नहीं रहे एवं कार्यक्रम के प्रथम दिन से एक्स से पी कन्वर्जन कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर डीएम डॉ सिंह ने नियमित टीकाकरण के आच्छादन को बढ़ाने के लिए ई रिक्शा को हरी झंडी दिखाई। ई रिक्शा के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र के अलावे छूटे हुए क्षेत्रों में प्रचार प्रसार कर ई रिक्शा की टीकाकरण टीम द्वारा नियमित टीकाकरण में निर्धारित उम्र के अनुसार 12 बीमारियों के बचाव के लिए टीकाकरण किया जाएगा।
अभी पटना जिला में पूर्ण टीकाकरण का आच्छादन 88 प्रतिशत है जिसे बढाकर 95 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। कोविड टीकाकरण से वंचित लोगों को हर घर दस्तक अभियान के माध्यम से चिन्ह्ति कर उनका टीकाकरण किया जा रहा है। पल्स पोलियो कार्यक्रम के दौरान आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका कोविड टीकाकरण से वंचित लाभार्थी को चिन्ह्ति कर टीकाकरण कराना सुनिश्चित करेंगी।
डीएम डॉ सिंह ने पल्स पोलियो पोलियो टीकाकरण अभियान की शत प्रतिशत सफ लता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त तनय सुलतानिया, सिविल सर्जन डा विभा कुमारी सहित यूनिसेफ के प्रतिनिधि एवं अन्य भी मौजूद थे।