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आश्रय गृहों में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा व सुविधा पर विशेष ध्यान दें-डीएम

पटना। डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बच्चों के हितों अधिकारों एवं सुविधाओं की सुरक्षा संरक्षण एवं संवर्धन के लिए जिला बाल संरक्षण समिति एवं चाइल्ड लाइन सलाहकार परिषद की बैठक की गई तथा सदस्यों से आवश्यक सुझाव एवं फ ीडबैक प्राप्त कर आवश्यक निर्णय लिए गए। समेकित बाल संरक्षण योजना के मूल्यांकन, अनुश्रवण, निगरानी, कार्य योजना निर्माण  तथा कार्यान्वयन के लिए जिला स्तर पर जिला बाल संरक्षण समिति गठित है। बैठक में अवगत कराया गया कि जिला अंतर्गत  3 बाल गृह, तीन बालिका गृह, दो विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, एक पर्यवेक्षण गृह, एक विशेष गृह, एक उत्तर रक्षा गृह तथा तीन आसरा गृह कार्यरत है। इन संस्थानों में दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा की गई तथा सफ ल संचालन के लिए बच्चों की सुरक्षा एवं सुविधा का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया। गृहों में आवासित बच्चों को बेहतर भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए पदाधिकारियों को सतत निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। बैठक में बाल संरक्षण से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श करते हुए समीक्षा की गई एवं संबंधित पदाधिकारी को अनुपालन हेतु निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने बच्चों की आपातकालीन फ ोन सेवा चाइल्ड लाइन 1098 का व्यापक प्रचार प्रसार करने हेतु सभी स्कूल बसों तथा सभी विद्यालय की चहारदीवारी पर चाइल्ड लाइन का नंबर 1098 अंकित करवाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने स्कूली बसों में प्रचार प्रसार हेतु जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देशित करने तथा सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों की चहारदीवारी पर चाइल्ड लाइन का नंबर प्रदर्शित करने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित करने को कहा। बैठक में चाइल्ड  लाइन की मूवी कोमल का प्रत्येक विद्यालय में प्रसारण करने तथा बच्चों में गुड टच एवं बैड टच तथा लैंगिक शोषण के विरुद्ध जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया। बैठक में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित परवरिश योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, बाल सहायता योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना एवं पीएम केयर्स योजना की समीक्षा की गई तथा इनके लाभुकों की संख्या बढ़ाने हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया गया।  बैठक में जिला परिषद अध्यक्षा कुमारी स्तुति, उप विकास आयुक्त  रिचि पांडे सहित जिला स्तर के पदाधिकारीगण, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड लाइन, सभी गृहों के अधीक्षक एवं विभिन्न गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।