पप्पू यादव की रिहाई नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा
पूर्व सांसद व जाप प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार करना अब नीतीश सरकार के लिए गले की हड्डी बनती जा रही है, जंहा उनकी पत्नी रंजीत रंजन ने पप्पू यादव की स्वास्थ्य खराब होने पर नीतीश सरकार को कुर्सी से उतार फेंक देने की बात कही हैं। वंही पप्पू समर्थकों में भी इसे लेकर काफी रोष व्याप्त है ।
वहीं जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव मनोज कुमार झा मधुबनी में प्रेस वार्ता कर बताया कि पप्पू यादव को साजिश के तहत गिरफ्तार कर जेल में डालने की बात कहते हुए पप्पू यादव जब कोरोना निगेटिव पाए गए तो फिर क्यों कोरॉना वार्ड में कदलने की बात कहते हुए। सरकार पर आरोप लगाया कि कहीं ना कहीं सरकार पप्पू यादव को जान से मारने की की साजिश रच रही है।
बेवजह उनको पुराने केस में फंसाया गया। जो कि बेबुनियाद है। अगर पप्पू यादव रिहा नहीं हुए तो हमलोग आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे। इधर स्वस्थ व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए दरभंगा डीएमसीएच में कई तरह के अभाव की बात भी कही। जन अधिकार पार्टी ने सरकार से मांग किया हैं कि कोरोना से मृत परिवार को 5 लाख नगद दिया जाय।इसी तरह मजदूरों को 6 हजार,किसान को 8 हजार और बेरोजगारों को 8 हजार मिलना चाहिए।