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मोतियाबिंद मामले में विपक्ष ने साधा निशाना

पटना। बिहार प्रदेश राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि 16 वर्षों के शासनकाल में नीतीश कुमार की सरकार ने कैसा विकास किया है इसका स्पष्ट प्रमाण नीति आयोग की रिपोर्ट से ही हो जाता है। इन्होंने कहा कि 16 वर्षों में बिहार विकास तथा मानवीय सूचकांक के मामले में सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है और नीतीश कुमार सरकार ने बिहार को फिसड्डी राज्य बना कर एक मिसाल कायम किया है।

बिहार में आधारभूत संरचनाओं के साथ साथ स्वास्थ्य, शिक्षा तथा गरीबों के उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं किया जिस कारण बिहार गरीबी में भी भारत का सबसे अव्वल दर्जे का राज्य बन गया है। बिहार में भ्रष्टाचार को शिष्टाचार का रूप दे दिया गया है और शिक्षा के क्षेत्र में किस तरह की लूट है यह बिहार सरकार और राज्यपाल के विश्वविद्यालय में हुई लूट के झगड़े से समझा जा है।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार आज कहां पर खड़ा है यह मुजफ्फरपुर में हुई आंख फोड़वा कांड से समझा जा सकता है। जिसमें मोतियाबिंद के ऑपरेशन के नाम पर 65 से अधिक मरीजों के आंखो की रौशनी छीन ली गई और सरकार इस मामले में पूरी तरह से खामोश है। इन्होंने कहा कि बिहार विकास के मामले में फिसड्डी है लेकिन अपराध, महिलाओं पर अत्याचार हत्या, लूट और बलात्कार के मामले में भारत में सबसे अव्वल नंबर पर है।

सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा और जदयू के डबल इंजन सरकार के नेतागण जुमलाबाजी और बयानबाजी में सबसे आगे हैं और बयानवीरों के कारण बिहार में लूट और झूठ का माहौल ख?ा करके राजनीतिक रोटी सेंकने का बिहार में डबल इंजन सरकार का प्रयोगशाला खुल गया है और उसके डायरेक्टर सुशील मोदी और ललन सिंह हैं।