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वन नेशन वन फर्टिलाइजर: ‘भारत’ ब्रांड के नाम से फर्टिलाइजर की होगी बिक्री, देश के किसान होंगे समृद्ध

एक कृषि प्रधान देश होने के नाते हमारे देश के किसान हमेशा से अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी रहे हैं। अगर देश के किसान खुशहाल हैं, उनकी पैदावार अच्छी हो रही है, तभी भारत की अर्थव्यवस्था और जीडीपी रफ्तार पकड़ती है। ऐसे में इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार किसानों को मजबूती प्रदान करने में जुटी है। इसी कड़ी में किसानों को मिलने वाली सब्सिडी वाले फर्टिलाइजर को लेकर केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण व्यवस्था की है।

आसानी से और एक छत के नीचे मिलेगा उर्वरक

दरअसल, देश में 45.6 प्रतिशत कार्यबल कृषि क्षेत्र में कार्यरत है। ऐसे में किसान कल्याण को ध्यान में रखते हुए सरकार ‘वन नेशन वन फर्टिलाइजर’ के माध्यम से किसानों को एक ही छत के नीचे उर्वरक और कृषि संबंधी अन्य सामग्री सस्ती दरों पर मुहैया करवाएगी। कृषि संबंधित सामग्री सही दाम और कम समय पर मिल जाने से किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने और अपनी आय में वृद्धि करने में मदद मिलेगी।

सिंगल ब्रांड ‘भारत’ के नाम से बेचे जाएंगे सभी उर्वरक

मौजूदा दौर में देश में उर्वरकों को विभिन्न नामों से बेचा जाता है, इससे किसानों को खरीदारी करने में काफी दिक्कत होती है। किसान हमेशा इस समस्या में उलझे रहते हैं कि कौन सा उर्वरक उनकी फसल के लिए बेहतर है। लेकिन अब यह समस्या दूर होने वाली है क्योंकि सार्वजनिक एवं निजी कंपनियों के द्वारा जितने भी फर्टिलाइजर्स बेचे जाएंगे उसे अब सिंगल ब्रांड ‘भारत’ के नाम से बेचा जाएगा।

ब्रांड प्रतिस्पर्धा से मिलेगी छुटकारा

‘वन नेशन वन फर्टिलाइजर’ किसानों को ब्रांड विशिष्ट पसंद के भ्रम को दूर करने में मदद करेगा, क्योंकि एक खास तरह के उर्वरक के लिए विभिन्न ब्रांडों में कोई उत्पाद विषमता नहीं होती है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि किसी विशेष श्रेणी के उर्वरक में उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत निर्धारित निर्देशों के अनुसार समान पोषक तत्व होने चाहिए। उदाहरण के लिए डीएपी या यूरिया में समान मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, चाहे वह एक कंपनी द्वारा उत्पादित की गई हो या किसी दूसरी कंपनी के द्वारा। अलग-अलग नामों से उर्वरक मिलने की वजह से किसान अक्सर भ्रम की स्थिति में होते थे जिससे अब छुटकारा मिल जाएगी।

समय पर होगी आपूर्ति

वर्षों से ब्रांड नाम के चक्कर में फंसे रहने की वजह से किसानों को काफी समस्याएं होती थी। उन्हें सही समय पर उनके चहेते ब्रांड वाले फर्टिलाइजर नहीं मिल पाते थे। परिणामस्वरूप किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति में देरी होती थी। साथ ही उर्वरकों की लंबी दूरी की आवाजाही के परिणामस्वरूप माल ढुलाई सब्सिडी में वृद्धि के कारण राजकोष पर अतिरिक्त बोझ पड़ता था। लेकिन अब ये परिस्थितियां बदलने वाली है किसानों को सही समय पर फर्टिलाइजर, बीज एवं सभी जरूरी सामग्री मिलेंगे जिससे वो समृद्ध और खुशहाल बनेंगे।

पीएम किसान समृद्धि केंद्र कृषि क्षेत्र में लाएगा आधारभूत बदलाव

वन नेशन वन फर्टिलाइजर की सफलता का सूत्रधार प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र बनेंगे। देशभर में कुल 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र को विकसित किया जाएगा, जहां किसानों को एक छत के नीचे उचित मूल्य पर उर्वरक, बीज, खरपतवारनाशक और कीटनाशक जैसे सभी गुणवत्ता वाले कृषि सामग्री मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा इन केंद्रों पर छोटे कृषि उपकरण जैसे दरांती, स्प्रेयर आदि भी उपलब्ध होंगे। ये केंद्र तरल उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन सहित छोटे-बड़े कृषि उपकरण किराए पर देंगे। साथ ही उर्वरकों के संतुलित उपयोग के साथ-साथ नवीनतम एवं सर्वोत्तम कृषि प्रौद्योगिकी और प्रथाओं के बारे में किसानों को जानकारी देंगे।

तीन स्तर में होगा प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र

प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र तीन स्तरों- ग्राम, तहसील और जिला स्तर पर काम करेंगे। ग्राम स्तर पर ये किसानों को फसल से जुड़ी पाठ्यसामग्री एवं मृदा उर्वरता की जानकारी देंगे, सरकारी अधिकारियों के संदेश तथा भंडारण स्थिति के बारे में बताएंगे, सब्सिडी एवं अधिकतम खुदरा मूल्य आदि की सुविधा प्रदान करेंगे।

तहसील स्तर के केंद्रों पर किसानों को नए दौर के उर्वरक एवं सरकारी योजनाओं के संबंध में हेल्प डेस्क, फसल संबंधी परामर्श, कॉमन सर्विस सेंटर, मृदा एवं कीटनाशक परीक्षण, बीज का नमूना संग्रह, स्प्रेयर, डस्टर एवं ड्रोन के लिए कस्टम हायरिंग की सुविधा मिलेगी तथा मंडी की कीमतों और मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी। जिला स्तर के केंद्रों पर किसानों को संपूर्ण उत्पाद शृंखला की जानकारी मिलेगी, मृदा, बीज, जल एवं कीटनाशकों के लिए परीक्षण की सुविधा मिलेगी और खुदरा विक्रेताओं एवं कॉमन सर्विस सेंटर की क्षमता निर्माण में सहायता प्रदान की जाएगी।

खुदरा विक्रेताओं को किया जाएगा प्रशिक्षित

प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों पर खुदरा विक्रेताओं को जानकारी के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक छह महीने में प्रशिक्षित किया जाएगा। यहां कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि विज्ञानी और कृषि विशेषज्ञ खुदरा विक्रेताओं को उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए प्रोत्साहन देंगे, नए दौर के उर्वरक समाधान जैसे नैनो एवं जैविक उर्वरकों के इस्तेमाल और फायदे से जुड़ी जानकारी देंगे तथा नियमित तौर पर प्रशिक्षित करेंगे। यहां प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानियों को भी किसानों के साथ व्यापक तौर पर साझा किया जाएगा। साथ ही नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी, फसल कीट संक्रमण की चेतावनी और मंडी दर आदि की जानकारी भी दी जाएगी।

बीते 8 साल में सरकार के द्वारा ऐसी तमाम योजनाएं शुरू की गई है, जिसमें किसानों की जिंदगी में बदलाव आए हैं। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना की शुरुआत की है। इस योजना के शुभारंभ से किसानों को बहुत लाभ पहुंचने की उम्मीद है।