नीतीश कुमार सही मायने में विकास पुरुष,अरनव मीडिया से खास बातचीत में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने रखी अपनी बात
बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सही मायने में विकास पुरुष है। बिहार को विकास के पथ पर ले जाने के लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहते हैं शिक्षा स्वास्थ्य चिकित्सा सड़क बिजली पानी और लोक कल्याणकारी योजनाएं आज बिहार में वास्तविकता के धरातल पर नजर आ रही हैं तो इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी को जाता है। उक्त बातें बिहार के चकाई से निर्वाचित इकलौते निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने कही।
अरनव मीडिया नेटवर्क के संपादक अनूप नारायण सिंह के साथ एक विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार में संभावनाएं अपार है पर सीमित साधन संसाधन के कारण जो विकास होना चाहिए वह लाख प्रयास के बावजूद नहीं हो पाता। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा अवश्य दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बिहार के अंदर ही कल कारखाने खुल जाएंगे बेहतर कॉलेज स्कूल और संस्थान खुल जाएंगे तो बिहार के लोगों को बाहर के प्रदेशों में पलायन नहीं करना पड़ेगा।
श्री सिंह ने कहा कि बिहार के लोग काफी मेहनती, कर्मठ तथा विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। बिहार में रोजी रोजगार का अभाव है, इस कारण से लोग दूसरे प्रदेशों में जाते हैं। वैसे पूरा देश एक है कोई कहीं भी रोजी रोजगार के लिए जा सकता है, लेकिन बिहार की मौजूदा सरकार बिहार में उपलब्ध साधनों का समुचित उपयोग कर स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में लगी हुई है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ बिहार के विकास के सवाल पर उन्होंने बिहार की मौजूदा सरकार को समर्थन दिया है। उनके पास दूसरे पक्ष की तरफ से बहुत सारे ऑफर आए थे, लेकिन अपने क्षेत्र की जनता से विचार विमर्श करने के बाद उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपना विश्वास जताया है।
सुमित कुमार सिंह ने बातचीत के क्रम में बताया कि बिहार में कृषि गत उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में भी राज्य सरकार कार्य कर रही है। सरकारी स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई सारी नई योजनाएं लाई जा रही है। बेरोजगारी के स्तर को कम करने के लिए लोगों को हुनरमंद बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वे नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपना समर्थन जता चुके हैं। अगर उनके नेता को लगता है कि उन्हें कोई जिम्मेवारी मिलनी चाहिए और वह जिम्मेवारी उन्हें दी जाती है तो वे उन्हें उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे।
चकाई में चल रही कई लोग कल्याणकारी योजनाओं के संदर्भ में उन्होंने कहा कि चकाई को चंडीगढ़ बनाने का उन्होंने वादा किया है। हाल ही में वहां बिहार के पहले पंक्षी महोत्सव का आयोजन किया गया पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। सड़क पुल पुलिया के निर्माण के लिए उन्होंने जो कुछ भी सरकार से डिमांड रखी थी वह सब पूरे किए जा रहे हैं।
अपने विरोधियों का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ लोग दिन में सपने देखते हैं। वे उनके और उनके परिवार के राजनीतिक वजूद को मिटाने के लिए हर स्तर पर प्रयासरत थे और हैं। वे जनता के बीच जनता का सेवक बनकर सदैव मौजूद रहे। उनके लिए चकाई की जनता ही सब कुछ है। एक-एक मतदाता से भी खुद मिलते हैं। लोगों के सुख-दुख के भागी बनते हैं। पटना में रहने की अपेक्षा भी अपने क्षेत्र में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। पूरे क्षेत्र में बूथ स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है। जहां कहीं से भी कोई जन कल्याणकारी योजना की डिमांड आती है उसे पूरा करने के लिए वे प्रयासरत है।