नीतीश कुमार एक्चुअल समस्या से ध्यान भटकाने के लिए वर्चुअल का सहारा ले रहे हैं – एजाज अहमद
पटना 7 सितंबर 2020 जनता दल यू के वर्चुअल रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि नीतीश कुमार एक्चुअल समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही वर्चुअल राजनीति का सहारा ले रहे हैं। जबकि बिहार में कोविड 19 और बाढ़ के कारण आमजन जनों की जान खतरे में है, लेकिन इन्हें चुनाव कराने की पड़ी है। कहीं ना कहीं बिहार के लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके खिलाफ बिहार के लोग संकल्पित हैं और इस बार डबल इंजन सरकार डिरेल हो जाएगी। क्योंकि जुमला बाजी और वर्चुअल बाजी से राजनीति तो की जा सकती है जनता का दिल नहीं जीता जा सकता है।
एजाज ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 मे जुमलेबाजी के जाल में फंसाया था और 160 हजार करोड रुपए की पैकेज की घोषणा की थी। लेकिन आज तक ये घोषणा सिर्फ घोषणा ही बनकर रह गया। अफसोस तो इस बात का है कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने की नीतीश कुमार की मांग पर भी केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया लेकिन आज नीतीश जी सत्ता के मोह में भाजपा के साथ गलबैया कर रहे हैं और कहीं ना कहीं बिहार के लोगों को जुमलेबाजी में फंसा कर रखना चाहते हैं और दिन प्रतिदिन नई-नई घोषणाएं कर रहे हैं ऐसी सरकार जिस ने बिहार को विकास के मामले में शून्य पर पहुंचा दिया और दूसरी ओर केंद्र सरकार ने जीडीपी को – 24 प्रतिशत के करीब पहुंचा कर भी लोगों को धार्मिक और जातीय राजनीति के सहारे बिहार का चुनाव जीतना चाहते हैं ऐसे सरकार के धोखेबाजी के खिलाफ लोगों ने मन बना लिया है की ये सरकार धोखा है। बिहार बचा लो अब मौका है के नारों के साथ पप्पू यादव के नेतृत्व में विकल्प की राजनीति को आगे बढ़ेगी क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे के साथ नूरा -कुश्ती का खेल खेल रहे हैं और कहीं ना कहीं बिहार की जनता को भ्रम में रख रहे हैं इसके खिलाफ लोगों को सजग होना होगा और आने वाले चुनाव में सबक सिखाने के लिए संकल्पित होना होगा।
दूसरी ओर युवा परिषद् के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने कहा कि युवा और छात्र आज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन सरकार इनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है जिस कारण सड़कों पर युवा और छात्र संघर्ष और आंदोलन के साथ-साथ भटकाव की जिंदगी जी रहे हैं।