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सामाजिक दर्पण सोशल मिरर फाउंडेशन का राष्ट्रीय अधिवेशन पटना में सम्पन्न

• डॉ. रत्नेश्वर की कृतियाँ सहज सम्प्रेषणीयता की कसौटी पर खरी उतरी हैं

• साहित्यिक कृतियों का लोकार्पण एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की आयोजना

• पटना सहित ग्वालियर, जबलपुर, वाराणसी, देहरादून, मुम्बई, सुल्तानपुर, के वरिष्ठ कवियों का समागम

गरीब व जरूरतमंदों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं विकास सहित सामाजिक अभिव्यक्ति, साहित्य, संस्कृति, लोक कलाओं, लुप्त होतीं आदर्श भारतीय परंपराओं, नशामुक्ति एवं पर्यावरण के क्षेत्र में जमीनी कार्य तथा जागरूकता हेतु संकल्पित देश के ‘सामाजिक दर्पण सोशल मिरर फाउंडेशन’ का राष्ट्रीय अधिवेशन विगत दिवस विद्यापति भवन, विद्यापति मार्ग, पटना में आयोजित किया गया। सोशल मिरर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रत्नेश्वर सिंह ने बताया कि अधिवेशन में इस फाउंडेशन की बिहार-इकाई गठन के साथ ही आगामी कार्य-योजनाओं पर भी परामर्श किया गया।

संजीव कुमार सिंह, पार्षद शिक्षक निर्वाचन कोशी, डॉ. अमरकांत कुमार की गरिमामयी उपस्थिति में फाउंडेशन की अध्यक्ष ग्वालियर की शकुंतला तोमर कार्यक्रम की अध्यक्ष भी थीं। जबलपुर (म.प्र.) से पधारे मूर्धन्य साहित्यकार डॉ. विजय तिवारी ‘किसलय’ मुख्य अतिथि व देहरादून के डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र सारस्वत अतिथि के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में संजीव सिंह, महेंद्र नाथ तिवारी ‘अलंकार’ तथा फाउंडेशन के सचिव धर्मेन्द्र सिंह तोमर मंचासीन रहे।

इस अवसर पर डॉ. रत्नेश्वर सिंह द्वारा सृजित ‘संघर्ष का पर्याय शकुंतला तोमर’ व्यक्तित्व एवं कृतित्व कृति, ‘समकालीन साहित्यिक परिदृश्य’ आलेख कृति एवं छंदमुक्त काव्यकृति ‘सूखे पत्तों की पीड़ा’ का लोकार्पण किया गया। अतिथियों ने अपने उद्बोधनों में बताया कि डॉ. रत्नेश्वर की कृतियाँ सहज सम्प्रेषणीयता की कसौटी पर खरी उतरी हैं, समाज को उनसे और अपेक्षा है कि वे इसी तरह उत्कृष्ट सृजन से समाज को लाभान्वित करते रहेंगे। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा साहित्यकार प्रो. अमित मिश्र द्वारा किया गया।

सामाजिक दर्पण सोशल मिरर फाउंडेशन द्वारा लाइफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। जबलपुर के हिन्दी साहित्य संगम तथा गाजियाबाद की पथगामिनी संस्था द्वारा डॉ रत्नेश्वर सिंह को उनके व्यक्तित्व व कृतित्व के परिप्रेक्ष्य में शाल, श्रीफल और सम्मान पत्र देकर अभिनंदित किया गया।

सामाजिक दर्पण सोशल मिरर फाउंडेशन के माध्यम से साहित्यिक व सामाजिक अवदान के परिप्रेक्ष्य में देश के लगभग 40 सक्रिय व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम के अगले सोपान का शुभारंभ डॉ.रत्नेश्वर सिंह के संचालकत्व में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें शकुंतला तोमर ग्वालियर, डॉ. विजय तिवारी ‘किसलय’ जबलपुर, डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र देहरादून, महेंद्र नाथ तिवारी ‘अलंकार’ वाराणसी, डॉ रोशनी किरण मुंबई, हरिनाथ शुक्ल हरि सुल्तानपुर, भूदत्त शर्मा हरिद्वार, मंजुला श्रीवास्तव गाजियाबाद सहित पटना के डॉ. अमरकांत कुमार, प्रो अमित मिश्र, शिवनंदन प्रसाद आदि विद्वत कविगणों ने शिरकत की।