ख़बरविविध

मुगल गार्डेन : आम जनता के लिए खुला

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन का वार्षिक ‘ उद्यानोत्सव ‘ आम लोगों के लिए खोल दिया है। मुगल गार्डेन 12 फरवरी, 2022 से 16 मार्च, 2022 तक ( प्रत्येक सोमवार को छोड़कर जो रख-रखाव के दिन होंगे) आम जनता के लिए 10 बजे सुबह से सायं पांच बजे ( अंतिम प्रवेश सायं 4 बजे) खुला रहेगा।

एडवांस ऑनलाइन बुकिंग ही विकल्प

 आगंतुकों को केवल एडवांस ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से ही मुगल गार्डेन को देखने की अनुमति होगी। बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in or https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx. पर की जा सकती है। पिछले वर्ष की तरह, इस वर्ष भी एहतियाती उपायों के कारण सीधा प्रवेश ( वाक-इन एंट्री) उपलब्ध नहीं होगा।

अंतिम प्रवेश सायं 4 बजे

 10 बजे सुबह से सायं पांच बजे के बीच सात पहले से बुक किए गए घंटे के स्लॉट उपलब्ध होंगे। अंतिम प्रवेश सायं 4 बजे होगा। प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 100 व्यक्ति समायोजित हो सकेंगे। पर्यटन के दौरान, आगंतुकों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करना पड़ेगा जैसेकि मास्क पहनना, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना आदि। प्रवेश बिन्दु पर उन्हें थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। किसी भी आगंतुक को बिना मास्क के प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

प्रवेश तथा प्रस्थान गेट नंबर 35 से

 सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश तथा प्रस्थान प्रेसीडेंट एस्टेट के गेट नंबर 35 से होगा जो राष्ट्रपति भवन के नार्थ एवेन्यू से मिलन बिन्दु के निकट है। आगंतुक यात्रा के दौरान मोबाइल फोन रख सकते हैं। बहरहाल, उनसे आग्रह किया जाता है कि वे पानी की कोई बोतल, ब्रीफकेस, हैंडबैग/लेडीज पर्स, कैमरा, रेडियो/ट्रांजिस्टर, बक्से, छाते, अस्त्र और शस्त्र तथा खाने की सामग्रियां आदि लेकर न आएं। हैंड सैनिटाइजर, पीने के पानी, शौचालय, प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार/चिकित्सा सुविधा सार्वजनिक रास्ते के साथ लगे विभिन्न बिन्दुओं पर उपलब्ध कराई जाती है।

मुख्य आकर्षण ट्यूलिप की 11 किस्में

 इस वर्ष के उद्यानोत्सव का मुख्य आकर्षण ट्यूलिप की 11 किस्में हैं जिनके फरवरी के दौरान विभिन्न चरणों में खिलने की उम्मीद की जा रही है। सेंट्रल लॉन में भव्य डिजाइनों में फ्लावर कार्पेट भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इस वर्ष के आलंकारिक फूलों की प्रमुख रंग योजना सफेद, पीला, लाल और नारंगी है। बगीचों में कुछ हवा शुद्ध करने वाले पौधों के साथ एक छोटा कैक्टस कॉर्नर भी तैयार किया गया है।