पारस के सीएमई प्रोग्राम में शामिल हुए सौ से अधिक हृदय रोग विशेषज्ञ
पटना। पारस एचएमआई की ओर से पांच और छह अप्रैल को होटल मौर्या में मेगा कार्डियक सीएमई (कंटीन्यू मेडिकल एजुकेशन) प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें पारस एचएमआरआई के अलावा अन्य राज्यों से आए कई डॉक्टर शामिल हुए। पहली बार बिहार आए पारस हेल्थ के कार्डियक साइंसेस के चेयरमैन डॉ. एचके बाली ने इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी पर व्याख्यान दिया। इनके अलावा पारस एचएमआरआई के कार्डियोलॉजी विभाग के नये मुख्य निदेशक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज कुमार, गुरुग्राम से आए पेडियाट्रिक कार्डियोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. दीपक ठाकुर ने भी हृदय रोग के इलाज में हुए नवीनतम तकनीक और विकास पर अपने विचार साझा किए।
दो दिनों तक चले इस सीएमई प्रोग्राम में सौ से अधिक हृदय रोग विशेषज्ञ शामिल हुए।
इस अवसर पर पारस हेल्थ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सुहास आराध्येने बताया कि पारस एचएमआरआई कार्डियक साइंस में एक अलग पहचान बना चुका है और इसी को ध्यान में रखते हुए कार्डियक प्रोग्राम सभी अस्पताल में लागू किया जा रहा है। हृदय रोग विज्ञान में एक नया आयाम हमलोग स्थापित करने जा रहे हैं। पारस वन हेल्थ कार्डियक साइंसेस मेडिकल प्रोग्राम को भारत के हर पारस एचएमआरआई में समान रूप से विकसित किया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने बताया कि पारस एचएमआरआई में अब बिहार सरकार के सभी कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों का इलाज सीजीएचएस यानी सेंट्रल गर्वमेंट हेल्थ स्कीम से शुरू हो गया है। यह इलाज CGHS NABH कैश दर पर होगा। बिहार के सभी सरकारी कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को इससे लाभ होगा। पारस में बहुत ही किफायती दर पर उनका विश्वस्तरीय इलाज होगा। कार्यक्रम में शामिल पारस हेल्थ के कार्डियक साइंस के चेयरमैन डॉ. एचके बाली ने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम हृदय रोग के मरीजों का बेहतर इलाज कर रही है।
यही कारण है कि पारस एचएमआरआई के प्रति मरीजों का विश्वास और बढ़ा है। कम खर्च में विश्वस्तरीय सुविधा यहां मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है। बिहार में पारस एचएमआरआई अस्पताल हृदय रोगियों के इलाज के लिए सबसे बेहतर अस्पताल साबित हो रहा है। साथ ही अन्य कार्डियक डॉक्टरों की टीम भी इसमें शामिल हुई और कार्डियक साइंस के क्षेत्र में हुए अत्याधुनिक विकास और प्रगति पर विचार साझा किए। सीएमई कार्यक्रम में पटना पारस एचएमआरआई की पांच सदस्यीय कार्डियोलॉजिस्ट की टीम डॉ. नीरज कुमार के नेतृत्व में शामिल हुई। इनमें डॉ. निशांत त्रिपाठी, डॉ. अशोक, डॉ. कमलेश, डॉ. श्रवण प्रमुख थे।
इसके अलावा तीन सीटीवीएस सर्जन डॉ. अरविंद गोयल, डॉ. धीरज सांडिल्य एवं डॉ. आदित्य भी इसमें शामिल हुए। वहीं, देश के अन्य पारस से आए हृदय रोग विशेषज्ञों ने भी इस क्षेत्र में हुए अत्याधुनिक प्रयोग और हृदय रोग के इलाज में हुए विकास पर अपने-अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए।
पारस HMRI के बारे में
पारस एचएमआरआई, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई अस्पताल में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योगा और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।