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मंत्री सुमित सिंह ने कहा- वेल्डिंग टेक्नोलॉजी में छात्रों को किया जायेगा ट्रेंड

पटना। विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह की उपस्थिति में राजकीय पॉलिटेक्निक और ग्लोबल सोर्सिंग इंडिया के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया. इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह ने कहा कि वेल्डिंग टेक्नोलॉजी में छात्रों को ट्रेंड किया जायेगा. उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी. मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि जब से मैंने साइंस और टेक्नोलॉजी विभाग के मंत्री पद का पदभार संभाला है, मेरी भरसक कोशिश है कि बिहार के छात्र-युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप में विज्ञान और तकनीक से लैश किया जाय, जिससे वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी दूसरों पर भारी पड़ें। उनकी योग्यता, क्षमता और प्रतिबद्धता का लोहा तो दुनिया मानती है, अब उनके कौशल का लोहा भी वैश्विक उद्योग जगत मानेगा। इसी सिलसिले में बिहार के सभी पॉलिटेक्निक संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के रूप स्थापित करने का निर्णय हुआ। इसके लिए आज वैश्विक जगत की लब्धप्रतिष्ठ एक अमेरिकन कंपनी के साथ एमओयू हुआ। जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी की भारतीय सहयोगी कंपनी के साथ यह समझौता नवीन राजकीय पॉलिटेक्निक, पाटलिपुत्रा, पटना के साथ हुआ है।

विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, बिहार सरकार के कार्यालय कक्ष में नवीन राजकीय पोलिटेकनिक पटना-13 में Welding Technology में सेंटर ऑफ ऐक्सेलेंस स्थापित करने हेतु GE Global Sourcing India Private Limited एवं नवीन राजकीय पोलिटेकनिक, पटना-13 के बीच MoU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किया गया। उक्त अवसर पर विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव एवं निदेशक उपस्थित थे। GE Global Sourcing India Private Limited के HR Head, Asia Pacific साजिद इकबाल, एवं डॉ० चंद्रशेखर सिंह, प्राचार्य, नवीन राजकीय पोलिटेकनिक, पटना-13 के द्वारा MoU पर हस्ताक्षर किया गया MoU की प्रति का आदान-प्रदान किया गया। GE Global Sourcing India Private Limited द्वारा मढ़ौरा में रेल इंजन विनिर्माण कारखाना सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत विगत लगभग तीन वर्षों से संचालित है।

काबिलेगौर है कि मुख्यमंत्री की दृष्टि के अनुरूप सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अंतर्गत 7 निश्चय पार्ट-2 के तहत सभी पोलिटेकनिक संस्थानों में उद्योग आधारित मांग के लिहाज से विभिन्न विधाओं में सेंटर ऑफ ऐक्सेलेस स्थापित किये जाना है। यह एमओयू उसकी ही एक कड़ी है। जिसमें सेंटर ऑफ ऐक्सेलेस स्थापित करने हेतु GE Global Sourcing India Private Limited द्वारा निम्नलिखित कार्य किये जायेंगे —

1. Welding Technology से संबंधित विभिन्न संयंत्रों एवं उपकरणों को Corporate Social Responsibility (CSR) के तहत उपलब्ध कराया जायेगा जिसकी अनुमानित लागत लगभग एक करोड़ रूपये है।

2. छात्रों को Welding Technology में उच्चस्तरीय एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु नवीन राजकीय पोलिटेकनिक, पटना- 13 के फैकल्टी मेंबर को Training of Trainers (ToT) के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

3. मढ़ौरा स्थित रेल इंजन विनिर्माण कारखाना में नवीन राजकीय पोलिटेकनिक, पटना-13 में सेंटर ऑफ ऐक्सेलेंस के तहत Welding Technology में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान हेतु ले जाया जायेगा।

4. इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित होने वाले छात्रों को GE Global Sourcing India Private Limited की विभिन्न इकाइयों में यथासंभव प्लेसमेंट हो, इसके लिए समुचित प्रयास किया जायेगा।

5. वर्तमान परिप्रेक्ष्य में Welding Technology तकनीशियनों की विभिन्न उद्योगों यथा ऑटोमोबाईल, रेल, पाईप लाइन इत्यादि में ज्यादा मांग है।

6. सेंटर ऑफ ऐक्सिलेंस के तहत चलने वाले Welding Technology के प्रशिक्षण को National Skill Development Corporation (NSDC) norms National Skill Qualification Framework (NSQF) aligned course (Level-4) में 710 घंटे का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण के उपरांत छात्रों का मूल्यांकन एवं प्रमाणन Sector Skill Council (SSC) के माध्यम से कराया जायेगा। उक्त अवसर पर मैंने प्रस्तावित सेंटर ऑफ ऐक्सिलेंस को अगले एक माह में मूर्त रूप देने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के लिए विभाग को निर्देश दिया।