प्रसिद्ध गणितज्ञ प्रो० एस. के. मिश्रा की 80वीं जयंती मनाई गई
बक्सर, 15 फरवरी 2024:गुरुवार को प्रसिद्ध गणितज्ञ प्रो० एस. के. मिश्रा की 80वीं जयंती प्रो० एस. के. मिश्रा फाउंडेशन के कार्यालय में सम्मान समारोह के तौर पर मनाई गई. उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो० शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी, कुलपति वीकेएसयू, आरा ने किया। वहीं मंच संचालन प्रो० सुरेन्द्र कुमार सिंह ने किया।
मुख्य वक्ता प्रो० अखिलेश दुबे, दिल्ली यूनिवर्सिटी एवं संतोष तिवारी सीनेट सदस्य एवं उपेन्द्र गौतम रहे। कुलपति उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शिक्षक को यथोचित सम्मान मिलना चाहिए। इनके नाम पर प्रशासनिक भवन बना हैं परंतु अभी पेंट से लिखा नहीं गया हैं। मैं प्राचार्य को आदेश देकर तुरंत लिखवाने का कार्य करूंगा।
वहीं प्रो० अखिलेश दुबे ने कहा कि मैं इसी मिट्टी में पला बढ़ा हूं। प्रो० एस. के. मिश्रा मेरे गुरु रहे मुझे पढ़ाए हैं तब आज मैं देश की सर्वोच्च विश्वविद्यालय में कार्यरत हूं, ये उन्हीं की देन हैं।
मैं बक्सर जिला प्रशासन से एवं सरकार से मांग करता हूं की ऐसा योग्य शिक्षक को वाकई सम्मान मिलना चाहिए। इसलिए आज मैं यह मांग और प्रण करता हूं कि उनके आवास वालीं रोड जो कलेक्ट्रेट रोड के नाम से जानी जाती हैं उनका नामकरण प्रो० एस. के. मिश्रा के नाम पर प्रो० एस. के. मिश्रा रोड किया जाए। क्योंकि एक नेता के नाम पर तो कई रोड का नाम हैं पर एक शिक्षक के नाम पर एक भी नहीं है। जबकि सही मायने में एक शिक्षक ही समाज का दशा और दिशा का निर्धारण कराता हैं।
संतोष तिवारी सीनेट सदस्य ने कहा कि यहां के शिक्षक ही एक दूसरे को नीचे दिखाने में लगे रहते हैं जबकि उनका मूल् कार्य पढ़ाना हैं.इसी कार्य से उन्हें आदर और सम्मान मिलेगा. प्राचार्य को सबको साथ लेकर चलना चाहिए।
वहीं उपेंद्र गौतम ने अपने उद्गार वक्त करते हुए कहा कि आज भी प्रो० एस. के. मिश्रा का व्यक्तिव और व्यवहार को शिक्षक को आत्मसात करने की आवश्यकता हैं। अगर आत्मसात कर लिए तो शिक्षक को छात्र हर हाल में सम्मान देगा ही। मैंने प्रो० एस. के. मिश्रा को आज तक किसी छात्र को दूर से प्रणाम करते हुए नहीं देखा सबों ने पैर छूकर ही आशीर्वाद लिया था। उन्होंने कहा कि उनका व्यवहार और व्यक्तित्व सार्वदेशिक एव सर्वकालिक था, ना भूतो ना भविष्यती।
वहीं संस्थान के अध्यक्ष प्रो० सुरेन्द्र कुमार सिंह ने उनको याद करते हुए उनको अजातशत्रु बताया। अंत मे धन्यावाद ज्ञापन महाविद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष दया शंकर त्रिपाठी ने की। सभी आगंतुकों का स्वागत गोलू तिवारी ने किया। आज कुलपति प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के नेतृत्व में वीर कवर सिंह विश्वविद्यालय दिन दूना रात चौगुनी उन्नती कर रहा हैं। ऐसे कुलपति यदि हो तो कोई समस्या ही नहीं रहेगी सारे सत्र रेगुलर हो गए हैं। प्रोन्नति का कार्य भी पूर्ण हो चला हैं। ये सब हमारे कुलपति प्रो० चतुर्वेदी की ही देन हैं। उक्त बाते कुलपति का सम्मान करते हुए डॉ अमित मिश्र अध्यक्ष शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ ने कहा।