जनांदोलन से ही फाइलेरिया उन्मूलन संभव
पटना। बिहार सरकार फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रतिबद्धता के साथ हर स्तर पर सार्थक प्रयास कर रही है लेकिन इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए फ ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन का रूप देना होगा। उक्त बातें आयोजित मीडिया कार्यशाला में डॉ नवीन चन्द्र प्रसाद निदेशक प्रमुख रोग नियंत्रण एवं लोक स्वास्थ्य स्वास्थ्य सेवायें बिहार ने कही। उन्होंने कहा कि फ ाइलेरिया रोग के उन्मूलन के लिए बिहार में कोविड 19 के दिशा निर्देशों के अनुसार शारीरिक दूरी दो गज की दूरी मास्क और हाथों की साफ सफ ाई का अनुपालन करते हुए समुदाय को फाइलेरिया या हाथीपांव रोग से बचाने के लिए राज्य के 22 जिलों में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है।
इस अवसर पर जिन जिलों में आगामी 20 सितम्बर से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है वहां के मीडिया सहयोगियों के साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया। डॉ प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एमडीए के महत्व को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोविड 19 वैश्विक महामारी के दौरान भी राज्य के 22 जिलो में एमडीए कार्यक्रम संपन्न कराने का निर्णय लिया है।
इस कार्यक्रम के तहत लगभग 7 करोड़ 56 लाख लोगों को फ ाइलेरिया रोधी दवाएँ खिलाई जायेगीं। उन्होंने कोविड 19 की सभी सुरक्षा सावधानियों स्वच्छता, मास्क और शारीरिक दूरी को अपनाने के महत्व पर बल दिया। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि फाइलेरिया प्रभावित जिलों में सभी पात्र लाभार्थी फ ाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन स्वास्थ्य कर्मियों के सामने करें। कार्यशाला में उपस्थित डॉ कैलाश कुमार ने कहा कि राज्य में समुदाय को फ ाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार समय समय पर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम सफ लतापूर्वक संपन्न किये जा रहें हैं।
श्वेता / पटना