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धान अधिप्राप्ति कार्यक्रम को सफल बनाएं अधिकारी-डीएम

पटना। सरकार के निदेशानुसार खरीफ विपणन मौसम 2022-23 में विकेन्द्रीकृत अधिप्राप्ति व्यवस्था अंतर्गत पटना जिला में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से धान अधिप्राप्ति का कार्य 15 नवंबर से प्रारंभ किया जाएगा।

डीएम डा चन्द्रशेखर सिंह ने अधिप्राप्ति कार्य के सफ ल क्रियान्वयन के लिए जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम एवं जिला कृषि पदाधिकारी को समय सारणी के अनुरूप तैयारी सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। उन्होंने अपर जिला दंडाधिकारी आपूर्ति को सरकार के निर्देशो का अक्षरश: अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है। बैठक में जिलाधिकारी पटना द्वारा 182 पैक्स एवं एक व्यापार मंडल कुल 183 पैक्स सोसायटी का अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा सभी पैक्स और व्यापार मंडल की समीक्षा करने का निदेश जिला सहकारिता पदाधिकारी को दिया गया।

जिलाधिकारी ने धान क्रय केन्द्रों की क्रियाशीलता बने रहने पर जोर दिया। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 70 मिलर का नामांकन हो चुका है जिस पर जिलाधिकारी ने सभी मिलरों का सत्यापन कार्य अविलंब सुनिश्चित करने का निदेश दिया। मिलों की क्षमता पूर्व के वर्ष से बड़ी है या नहींइसका सत्यापन कर रिपोर्ट करने का निदेश दिया। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि पटना जिले में 14 सीएमआर गोदाम का चयन कर लिया गया है जिसकी क्षमता 57500 मीट्रिक टन है।

जिलाधिकारी ने क्वालिटी कंट्रोलर एवं एजीएम की ससमय प्रतिनियुक्ति कर गोदाम से टैग कर लेने का निदेश दिया। जिलाधिकारी ने पिछले वर्ष धान अधिप्राप्ति के लक्ष्य के विरूद्ध शत.प्रतिशत प्राप्ति पर हर्ष व्यक्त किया एवं इस वर्ष भी पूर्व की भांति आपसी समन्वय एवं सहयोग से लक्ष्य की समीक्षा कर उसकी ससमय प्राप्ति हेतु सभी संबंधित को निदेशित किया। जिलाधिकारी ने बताया कि पटना जिले में फ सल कटनी का कार्य चल रहा है जिसकी जिला स्तरीय टीम बनाकर नियमित जाँच करने हेतु जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को निदेशित किया।

जिलाधिकारी ने प्रखण्डवार एवं पंचायतवार अनुमानित आच्छादन एवं उत्पादन की सूची उपलब्ध कराने हेतु सभी संबंधित को निदेशित किया। जिलाधिकारी ने इस वर्ष अधिक से अधिक किसानों से एवं अत्याधिक मात्रा में धान क्रय कर धान अधिप्राप्ति के कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी संबंधित को निदेशित किया। बैठक में अन्य संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहें।