मुम्बई लाॅकडाऊन- मजदूरों का हो रहा है बुरा हाल, कैमरे पर रोने लगा प्रवासी, न खाना न नौकरी, जायें तो जायें कहाँ ?
देश में कोरोना का प्रकोप बहुत तेजी से फैल रहा है। इससे सबसे ज्यादा बेहाल महाराष्ट्र है, जिसके चलते वहां लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूर और गरीब परेशान हैं। काम नहीं मिलने की वजह से प्रवासी मजदूर एक बार फिर राज्य छोड़कर अपने-अपने गांव जाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
रेलवे स्टेशन और बस अड्डों के बाहर एक बार फिर पिछले साल की तरह भीड़ देखने को मिल रही है। लोग यहां टिकट के इंतजार में कई रातों से बैठे हैं। न्यूज़ 24 की एक वीडियो रिपोर्ट में ऐसा ही एक मजदूर कैमरे से सामने आकार रोने लगा। मजदूर ने रोते हुए कहा “मुझे टिकट नहीं मिला। मैं घर जाना चाहता हूं। मैं दो महीने से टिकट खोज रहा हूं, काम बंद हो गया है यहां।
स्टेशन पर भी टिकट नहीं मिलता है।”
मजदूर ने रोते हुए कहा “कल से भूखा हूं मैं, टिकट भी नहीं देते कहते हैं ट्रेन फुल है। घर वाले भी परेशान हैं, उनको बोला कि गाड़ी पकड़ने जा रहे हैं। हम यहां तीन दिन से हैं।” शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में कोरोना के 66,836 नए मामले सामने आए थे जबकि 773 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान 74,045 मरीज कोरोना से ठीक हुए थे।
राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 6,91,851 है। वहीं, महाराष्ट्र में अबतक कोरोना के 41,61,676 मामले सामने आ चुके हैं। सूबे में ठीक हो चुके कुल मरीजों की संख्या 34,04,792 है। जबकि राज्य में कोरोना से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 63,252 है।
वहीं मुंबई में कोरोना के मामले बीते कुछ दिन से कम हुए हैं। अब यहां आठ हजार से कम मामले दर्ज किए हैं। बीते 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 7221 नए मामले सामने आए हैं जबकि 72 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। यहां डबलिंग रेट 52 दिन है।