बिहार के पारंपरिक लोकगीतों पर झूमे श्रोता
पटना। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की पटना इकाई द्वारा कला विश्व क्षितिज शृंखला के तहत बिहार के पारंपरिक लोकगीतों का शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद पटना की निदेशक ताबिशी बहल पांडे ने किया। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अंतर्यामी रॉय ने कार्यक्रम संपादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सांस्कृतिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार से जुड़े कलाकारों ने कार्यक्रम में बिहार की लोक परंपरा से जुड़े गीतों की प्रस्तुति की। प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने कार्यक्रम के प्रारंभ में सरस्वती वंदना अहो वीणा वादिनी मैया, सातों सुर के तू ही रचैया गीत को पेश किया। फिर उन्होंने विवाह संस्कार से जुड़े गीतों की प्रस्तुति की। गीतों के माध्यम से गायिका डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने लोगों में विश्वास जगाने का प्रयास किया कि कोविड-19 से जुड़ी परेशानियां जल्द ही समाप्त हो जाएंगी।