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24 नवंबर के जन क्रांति मार्च के लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार जारी- एजाज़ अहमद


पटना – 21 नवंबर 2019: जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने दावा किया कि 24 नवंबर को जनक्रांति मार्च में बड़ी संख्या में लोगो की भागीदारी होगी,खासकर पटना के इर्द-गिर्द के लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है पार्टी की ओर से लगातार नुक्कड़ सभाएं की जा रही है और लोगों से जनसंपर्क के माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में जनक्रांति मार्च में शामिल होने की अपील की जा रही है।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखलाक अहमद ,राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ,प्रदेश अध्यक्ष रघुपति सिंह ,राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ,राष्ट्रीय महासचिवराजेशरंजनपप्पू , अकबल अली प्रवेज, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, उमैर खान , प्रदेश महासचिव शंकर पटेल, संदीप सिंह समदर्शी, अरुण कुमार सिंह, जावेद इकबाल खान, मोहम्मद अली ,युवा परिषद के अध्यक्ष बबन यादव ,छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम आनंद, कार्यकारी अध्यक्ष विशाल कुमार, प्रधान महासचिव आजाद चांद, युवा परिषद के उपाध्यक्ष ईशा यादव ,रमेश राम ,छात्र परिषद के महासचिव अरविंद यादव ,विनय कुमार सहित पार्टी के नेता और पदाधिकारी लगातार विभिन्न स्थानो पर जाकर सभाओं को संबोधित कर रहे हैं ,और साथ ही साथ जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं। इसके लिए पर्चा पोस्टर के माध्यम से भी लोगों से अपने हक और अधिकार के लिए मार्च में शामिल होने की अपील की जा रही है।
एजाज ने कहा कि पप्पू यादव ने एक सेवक और हमदर्द के रूप में जो कार्य किया है उसे पटना और राज्य की जनता नहीं भूल सकती पिछले महीने जिस तरह से जेल कर्फ्यू और जेल कैदी के रूप में लोगों ने जिंदगी गुजारी है उसका उसका वर्णन होते ही लोगों में से सिहरन पैदा हो जाता है, सुशासन का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ कर पटना में जलजमाव के लिए गरीब और झुग्गी मे रहने वालों को जिम्मेदार बता रही है जो पूरी तरह से गलत है और अन्याय पूर्ण सोच है। सरकार की कवायद गरीब और अमीर के बीच विभेद पैदा करके राजनीतिक रोटी सेकने का है और जलजमाव के मामले से ध्यान भटकाने कि कुत्सित प्रयास है ,जबकि हकीकत तो यह है कि पटना जब डूबा गरीब और अमीर दोनों के प्रति सरकार का दृष्टिकोण मानवीय और इंसानियत के प्रति ठीक नहीं है।