प्राथमिकता सूची के आधार पर चयनित आवेदकों का जारी करें कार्यादेश
पटना। डीएम पटना सह अध्यक्ष प्रबंध समिति मत्स्य पालक विकास अभिकरण डा चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में मत्स्य पालक विकास अभिकरण की प्रबंध समिति एवं प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई।
इस बैठक में विभिन्न योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गई। डीएम ने निर्देश दिया गया कि प्राथमिकता सूची के आधार पर चयनित सभी आवेदकों का जांच भौतिक रूप से कराने के उपरांत ही कार्य आदेश निर्गत करेंगे। सभी आवेदकों की अर्हता की जांच के साथ.साथ उन अवयवों में जिन जहां भूमि की आवश्यकता है वहां आवेदक के भूमि स्वामित्व का जांच अवश्य कराएंगे। जांच के उपरांत आवेदक के द्वारा जितने भूमि का स्वामित्व होगा उसी के अनुरूप कार्य आदेश निर्गत करेंगे।
कार्यों का सतत अनुश्रवण करते रहेंगे तथा जिन अवयवों में विभागीय लक्ष्य से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं वहां पुन: लक्ष्य प्राप्ति के लिए निदेशालय को अनुरोध पत्र दें। बैठक में कुल 171 आवेदकों को मत्स्य पालन के विभिन्न अवयवों में कार्य करने हेतु अनुशंसित किया गया। इनकी प्राथमिकता सूची बनाई गई है। विभागीय लक्ष्य अनुरूप इन्हें कार्य आदेश दिया जाएगा तथा कार्य पूर्ण कराया जाएगा। जिला मत्स्य कार्यालय द्वारा क्रियान्वित केंद्र प्रायोजित मत्स्य संपदा योजना जो वर्ष 2020 में लागू की गई थी अनवरत 5 वर्षों के लिए क्रियान्वित की गई है।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लगभग 30 अवयवों में जिले को अब तक 1039 आवेदन प्राप्त हुए हैं। विदित हो कि पूरे राज्य में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत किए गए कार्य के आधार पर पटना जिले को पूरे बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि मत्स्य एवं मत्स्य उत्पादों के ई मार्केटिंग से इस क्षेत्र में उन्नति लाई जा सकती है। वैज्ञानिक पद्धति से योजना के क्रियान्वयन से मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी। साथ ही ग्रामीण स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे तथा किसानों के आय में वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि लघु एवं मध्यम आकार के अलंकारी मछलियों के संवद्र्धन इकाई से अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ा जाए। इसके बारे में लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने मात्स्यिकी विकास योजना का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए मूल्य.संवद्र्धन एवं तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान देने को कहा। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि मत्स्य पालकों को तकनीकी सुविधा उपलब्ध कराया जाए ताकि उत्पादन में वृद्धि हो।
श्वेता