ख़बरपटनाबिहारराज्य

ऊर्जा क्षेत्र में निवेश हेतु ऊर्जा व उद्योग विभाग द्वारा ऊर्जा निवेश का आयोजन

बिहार विद्युत पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन एंड रीन्यूअबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए राउंडटेबल
• राज्य के आद्योगिक नीति के विषय में दी गई जानकारी
• ऊर्जा क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों के विषय में प्रेजेंटेशन

पटना। बिहार में विद्युत के क्षेत्र में मैन्युफैक्टरिंग के लिए कंपनियों को आमंत्रित करने हेतु ऊर्जा विभाग और उद्योग विभाग की ओर से विद्युत भवन में उर्जा निवेश बिहार राऊंड टेबल का आयोजन किया गया। इसमें उर्जा क्षेत्र से संबधित देशभर की 70 से भी अधिक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग किया। इस अवसर पर ऊर्जा विभाग के माननीय मंत्री बिजेंद्र यादव, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक, बिहार स्टेट पावर होल्डिंग के कपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस, साउथ बिहार पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के एमडी महेंद्र कुमार, उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, नार्थ बिहार होल्डिंग पावर कंपनी लिमिटेड के एमडी डॉ. आदित्य कुमार, सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

राउंडटेबल का मुख्य उद्देश्य राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना है। इस आयोजन के माध्यम से स्मार्ट मीटर, ट्रांसफार्मर एवं सौर ऊर्जा के क्षेत्र की कंपनियों को एक मंच दिया गया, जहां इनके साथ सहयोग और साझेदारी के अवसरों के अन्वेषण, इलेक्ट्रिकल पावर ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में बड़े उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान संबंधित संवाद एवं चर्चाएं हुई। इस राउंडटेबल के माध्यम से सभी निवेशकों से ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार में बढ़ रहे संभावनाओं से अवगत कराने के अलावा उनकी अपेक्षाओं के विषय में भी जानकारी ली गई।

बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के माननीय मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने निवेश करने की इच्छुक कंपनियों के प्रतिनिधियों को कहा कि राज्य में निवेशकों के लिए अनुकूल आधारभूत संरचना प्रदान की जा रही है। बिहार में ऊर्जा के क्षेत्र में अवसर हैं और इस मंच के माध्यम से हम बिजली डिस्ट्रीब्यूशन व ट्रांसमिशन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नई तकनीकों के साथ कार्यरत कंपनियों को राज्य में निवेश करने हेतु आमंत्रित कर रहे हैं। ऊर्जा निवेश राऊंडटेबल मीट में बिहार विद्युत पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन व रीन्यूअबल एनर्जी इक्विपमेंट इंडस्ट्री में मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में कंपनियों को निवेश करने पर उन्हें इंसेंटिव सहित अन्य कई तरह की सुविधाएं दिये जाने के पहले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने कहा कि बिहार में खासकर बिजली के क्षेत्र में सामान बाहर से बन कर आ रहे हैं। हम चाह रहे हैं कि अब कंपनियां बिहार में आकर ही मैन्युफैक्चरिंग करे। इस मीट का उद्देश्य कंपनियों को बिहार में मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में दिये जाने वाले सुविधाओं के बारे में बताना है।

ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह सीएमडी बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड श्री संजीव हंस ने ऊर्जा क्षेत्र में बिहार की उपलब्धियों के विषय में बताते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं माननीय ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के कुशल नेतृत्व में राज्य में औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए समर्पित फीडर बनाए गए, सुविधा एप्लिकेशन के माध्यम से बिजली संबंधित ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई, औद्योगिक उपभोक्ताओं को प्राथमिकता के आधार पर नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, डिस्कॉम कंपनियों ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए बिलिंग और राजस्व संग्रहण प्रणाली को सुधारने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं। इनके परिणामस्वरूप एग्रीगेट टेक्निकल एंड कमर्शियल (एटी एंड सी) हानि में कमी आई है। एटी एंड सी लॉस वित्तीय वर्ष 2015-16 में 43.5% से घट कर 2012-22 में 24.9% हो गया है। उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन के दौरान अगले पांच सालों में बिजली के क्षेत्र में किए राज्य सरकार की योजनाओं से भी सभी को अवगत कराया।

श्री हंस ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान के तहत राज्य में अगले दो तीन वर्षों में सरकारी भवनों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगा कर 4600 करोड़ रुपए की लागत से 1000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादित करने का लक्ष्य है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, द्वितीय अक्षय ऊर्जा पॉलिसी, कृषि रोड मैप 4 जैसी योजनाओं से निवेशकों के लिए अच्छे अवसर हैं।

अडानी पावर, सिक्योर मीटर्स, जीनस पावर, इंटेलिस्मार्ट, कार्बन इंडिया लिमिटेड, लेज़र पावर एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड टाटा पावर समेत कुल 70 कंपनियों ने भाग लिया। राउंडटेबल के दौरान विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बताया कैसे बिहार में उद्योग एवं ऊर्जा के क्षेत्र में तरक्की हुई है जिससे उन्हें वहां कार्य करने में आसानी होती है।