वर्त्तमान परिदृश्य को देखते हुए योग अत्यंत प्रासंगिक- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष
इस 6ठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वर्त्तमान परिदृश्य को देखते हुए योग अत्यंत प्रासंगिक हो गया है. अब तक तो हम योग को केवल उत्तम स्वास्थ्य बनाए रखने का साधन समझते रहे. कुछ physiotherepic condition में भी इसकी उपयोगिता को मान्यता मिली.
Endocrine system के असंतुलन को ठीक करने में भी इसकी महती भूमिका प्रकट हुई. किन्तु किसी संक्रामक बीमारी में भी यह सहायक हो सकता है इसकी कल्पना प्रायः लोगों के विश्वास से बाहर तबतक था जबतक कोरोना (Covid19) से संक्रमित रोगियों के स्वास्थ्य में योग के आसनों, प्राणायाम एवम षट्कर्म के अभ्यास का सकारात्मक परिणाम प्राप्त न हो गया.
बैंगलोर के कुछ स्वतंत्र निजी चिकित्सकीय अनुसन्धान केन्द्र के कुछ चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमित गम्भीर वैसे मरीजों को जो बाहरी ऑक्सीजन पर निर्भर हो चुके थे को 3ltr (सामान्य मानक) प्रति दिन ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़कर 24 ltr प्रतिदिन तक बढ़ाया गया जिसका परिणाम सुखद आया और रोगियों ने जल्दी recover करना शुरू किया.
योग में हम स्वशन की योगिक तकनीकी विधि ‘प्राणायाम’ के विभिन्न प्रयोगों के द्वारा फेफड़ों में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाकर रोग प्रतिरोधकता का स्तर बढ़ा लिए जिससे न केवल कोरोना संक्रमित रोगियों को फायदा हुआ बल्कि रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से संक्रमित होने के सम्भावना भी कम हुई..
कोविड योद्धाओं और रोगियों के लिए योग के क्षेत्र में समर्पित संस्था बिहार योग विद्यालय के द्वारा भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ तथा FFH नामक app भी उपलब्ध करवाया गया जिसमें योगाभ्यास से सम्बंधित मार्गदर्शन उपलब्ध होते रहे.
कोरोना संक्रमण से बचाव/रोकथाम के लिए निम्नांकित अभ्यास को मैंने प्रभावी पाया…
-शवासन 3 मिनट
-ताड़ासन 8चक्र
-तिर्यक ताड़ासन 8चक्र
-कटिचक्रासन 8 चक्र
-सूर्यनमस्कार आसन 8-12 चक्र
-सर्वांगासन 1 मिनट
-मत्स्यासन 30 सेकंड
-चक्की चालन आसन 8 चक्र(clockwise and anti clockwise)
-गत्यात्मक शशांकासन 8 चक्र
-धनुरासन 8 चक्र/1 मिनट स्थैतिक
-मकरासन 1मिनट
-मत्स्यक्रीड़ा आसान 30-30 सेकंड दोनों भाग से
-कपालभाति प्राणायाम 5 चक्र सामान्य व्यक्ति/10-15चक्र संक्रमित व्यक्ति
-नाड़ीशोधन प्राणायाम 5मिनट सामान्य व्यक्ति/10 मिनट संक्रमित व्यक्ति
-भ्रामरी गुँजन प्राणायाम 10-15 चक्र
-विस्तृत शवासन 7-10 मिनट
इसके साथ दिन में12 बजे से2 बजे के बीच बिहार योग विद्यालय के द्वारा प्रतिपादित माध्यम / उच्च “योगनिद्रा” का अभ्यास.
षट्कर्म के अभ्यास
-कुंजल क्रिया
– नेति क्रिया
(संक्रमित व्यक्ति प्रतिदिन अन्य लोगों को सप्ताह में 1 या 2 बार)
नोट- तुलसी अर्क के 5बून्द नित्य एवम दालचीनी,अदरक व कालीमिर्च का समान मिश्रण से बना काढ़ा विशेष सहायक रहा.
कोई भी अभ्यासी योग्य प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में ही अभ्यास करें.
द्रष्टव्य.
Subject: 6th International Day of Yoga 2020
Blessed Self,
Hari Om
On 21st June, the sixth International Day of Yoga will be celebrated across the globe. Bihar School of Yoga has published a program for the International Day of Yoga outlining the practices and routine to be followed through the entire day, which can be accessed from:
https://www.biharyoga.net
We hope that through these teachings people will be inspired to adopt yoga as a lifestyle and be benefited.
Coordinator, International Day of Yoga
Bihar School of Yoga
कोकिल कुमार दिव्यांशु
(Physiotherapy&Yoga therepy(NOU, Patna)
C.C. योग(बिहार योग भारती, मुंगेर)
Ex master trainer(उद्भव)
Primary education, पटना
वर्त्तमान में
+2 शिक्षक, बिहार सरकार)