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इंडिया केम 2022 के 12 वें संस्करण का आयोजन

 

केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया आज 2 नवंबर को ‘इंडिया केम 2022’ के 12 वीं द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन का उद्घाटन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में करेगें। इसका आयोजन 2-3 नवंबर तक होगा। ‘इंडिया केम 2022’ की थीम “विजन 2030: केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स बिल्ड इंडिया” है। यह पेट्रोकेमिकल्स, फिक्की और भारत सरकार के रसायन विभाग द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर रसायन और उर्वरक औऱ नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री भगवंत खुबा और मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद होगें। इड़िया केम 2022 रसायन और उर्वरक क्षेत्र में सतत विकास के लिए सरकार की नीतियों का प्रदर्शन और बात- चीत का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा।

इंडिया केम 2022 में क्या है खास-

इंडिया केम एशिया प्रशांत क्षेत्र में रसायन और पेट्रोरसायन उद्योग के सबसे बड़े समग्र कार्यक्रमों में से एक है। इड़िया केम 2022 प्रदर्शनी में कई राउंड टेबल कार्यक्रम जैसे- भारतीय रसायन और पेट्रोरसायन पर सम्मेलन, भारत-अमेरिका, भारत-यूरोपीय संघ और भारत-पूर्व-एशिया और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के रसायन और पेट्रोकेमिकल्स फोरम आयोजित होंगे। इसमें 100 से अधिक भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी लगी है। साथ ही इसमें 15,000 से अधिक व्यापारियों के आने की संभावना है। इस प्रदर्शनी में मुख्य रुप से ईरान, चीन, जापान, यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, इटली, ब्राजील,तुर्की और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के प्रदर्शकों, प्रतिनिधियों और आगंतुकों के रूप में भाग ले रहे हैं।

इंडिया केम 2022 का उद्देश्य

इंडिया केम 2022 का मुख्य उद्देश्य देश के रसायन उद्योग में भारत को आत्मनिर्भर बनाने, इस क्षेत्र में निवेश और “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा देना है। रसायन क्षेत्र में निवेश, नवाचार ,बुनियादी ढ़ाचे और वैश्विक स्तर पर भारत को अधिक मजबूत बनाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। रासायनिक उद्योग देश के औद्योगिक और कृषि विकास का मुख्य आधार है और भारत में रसायन और पेट्रोकेमिकल उद्योग आर्थिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत ने रसायन उद्योग के निर्यात में वर्ष 2013-14 की तुलना में 2021-22 में 106 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की है। 2021-22 के लिए भारत में रसायनों का निर्यात 29,296 मिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड पर पहुंच गया है, जबकि 2013-14 में भारत का रासायनिक निर्यात 14,210 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।

आपकों बता दें कि भारत में रासायनिक उत्पादों की वर्तमान प्रति व्यक्ति खपत दुनिया का लगभग 1/10 वां हिस्सा है। वर्तमान में इस उद्योग में भारत में लगभग 2 मिलियन लोग काम करते हैं। भारतीय रसायन उद्योग दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है। भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जर्मनीकोरिया और जापान के बाद उत्पादन के संबंध में दुनिया का 6 वां सबसे बड़ा बाजार है।