सिकंदरा के कई छात्र-छात्राओं के इंटरमीडिएट डमी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में धर्म में इस्लाम के जगह हिंदू हुआ प्रकाशित
सिकंदरा के कई अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र छात्राओं के इंटरमीडिएट के डमी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में धर्म में इस्लाम के जगह हिंदू होने का मामला प्रकाश में आया है। डमी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जांच पड़ताल की गई तो सभी छात्र छात्राओं का ध्यान धर्म के त्रुटियों पर आ गया। इसके बाद छात्र छात्राओं के द्वारा स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े किए गये।
मामला प्रखंड मुख्यालय प्लस टू श्री कृष्ण विद्यालय सिकंदरा एवं प्लस टू प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल सिकंदरा के छात्र छात्राओं के डमी सर्टिफिकेट में धर्म के साथ-साथ कई त्रुटियां पाई गई है। लेकिन अधिकतर अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के सर्टिफिकेट में इस्लाम के जगह धर्म में हिंदू हो गया है। वहीं 12वीं की छात्रा सबा प्रवीण, समीमा प्रवीण, मुस्कान प्रवीण, कनीज फातमा, साजिया प्रवीण, खुशी प्रवीण, समायम प्रवीण, सानिया प्रवीण, जरीन प्रवीण, फरहीन प्रवीण, आफरीन इरफान आदि ने पाए गए सर्टिफिकेट में धर्म की त्रुटियों को लेकर स्कूल प्रशासन के साथ-साथ शिक्षा विभाग को लापरवाह ठहराया है। छात्राओं का कहना है कि डमी सर्टिफिकेट में कई त्रुटियां किसी के फोटो में समस्या है तो किसी के उर्दू विषय के जगह संस्कृत विषय हो गया है। लेकिन सबसे ज्यादा त्रुटियां देखा जाए तो धर्म में इस्लाम के जगह हिंदू डाल दिया गया है। जिसको लेकर छात्र छात्राओं के द्वारा लापरवाही को लेकर बवाल किया जा रहा है।
वही प्लस टू प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक शंभू दास से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विद्यालय के लगभग 34 छात्रा के डमी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में टाइपिंग ऑपरेटर के कारण धर्म, विषय आदि में त्रुटियां आई है। जिसका कलेक्शन कर सुधार के लिए भेजा जा रहा है।
वहीं प्लस टू श्री कृष्ण महाविद्यालय सिकंदरा के प्रधानाध्यापिका प्रतिभा सिन्हा ने डमी सर्टिफिकेट के त्रुटियों का आंकड़ा बताने से इंकार कर गई। उन्होंने कहा कि डमी सर्टिफिकेट इसलिए जारी की जाती है कि विद्यार्थी एवं स्कूल प्रशासन त्रुटियों की जांच कर सके। जांच कर पुनः बिहार बोर्ड को सुधार के लिए भेजा जाएगा जिसके बाद फाइनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि छोटी सी त्रुटियों की वजह से लोग मामले को तूल दे रहे हैं। यह कोई बड़ा मामला नहीं है।
जमुई से पंकज कुमार की रिपोर्ट