ग्राफिक्स डिजाइनिंग कोर्स में रोजगार और स्वरोजगार की अपार सभावनाएं, नाबार्ड के सीजीएम डॉ० सुनील कुमार ने GIIT टेकारी में नाबस्किल योजना का किया शुभारंभ
ग्राफिक्स डिजाइनिंग का कोर्स अपने आप में एक बहुत महत्वपूर्ण कोर्स है जिसमें रोजगार और स्वरोजगार की अपार संभावनाएं होती हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्र-छात्राओं को एक ऐसे प्रोफेशनल कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाता है जो उनके भविष्य के लिए बहुत कारगर और मददगार होती है। उक्त बातें नाबार्ड, बिहार के मुख्य महाप्रबंधक डॉ सुनील कुमार ने नाबार्ड द्वारा प्रायोजित और ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित ग्राफिक्स डिजाइनिंग के कोर्स के प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कही।
सीजीएम श्री कुमार ने कहा कि नाबार्ड अपने कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कौशल विकास प्रशिक्षण को देने का कार्य करता है। इस कार्यक्रम से प्रशिक्षण पाने वाले लाभान्वितों को रोजगार व स्वरोजगार में बहुत मदद मिलती है।
समारोह को संबोधित करते हुए सहायक महाप्रबंधक भानु कुमार मिश्रा ने कहा कि पहले वैसे लोगों को साक्षर कहा जाता था जो को क ख ग घ और ए बी सी डी जानते थे, परंतु दौर बदल रहा है और वर्तमान समय में साक्षर वही है जिसको कंप्यूटर जनता हो। उन्होंने नाबार्ड के जनोपयोगी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि बेहतर प्रशिक्षण देना और लेना दोनो हीं आपने भविष्य को संवारने का कार्य करेगा।
नाबार्ड गया के डीडीएम उदय कुमार ने कहा कि गया के इस छोटे से कस्बे टेकारी में छात्र छात्राओं की संख्या बहुत है। GIIT के इस सेंटर पर नाबार्ड के सहयोग से नाबस्किल की यह योजना बेहतरीन साबित होगी।
समारोह का संचालन विकाश सिंह ने किया।
इसके पूर्व GIIT टेकारी के निदेशक मोइज अहमद ने पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों को सम्मानित किया। समारोह में गया जिले के विभिन्न GIIT के सेंटर हेड उमाशंकर, आभा सिन्हा, रूपम सिन्हा को बेहतर कार्यों के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता और अतिथियों का स्वागत करते हुए GIIT के सीईओ और निदेशक मधुप मणि ने कहा कि नाबस्कील के इस योजना से GIIT के छात्र और छात्राओं में काफी उत्साह का माहौल है। उन्होंने कहा कि पिछले 23 वर्षों से GIIT ने अपने सेंटर्स के माध्यम से लाखों बच्चों को आईटी सेक्टर में प्रशिक्षित करने का काम किया है।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिषेक रंजन ने GIIT के द्वारा पूर्व में चलाई गई सफल योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
समारोह को संबोधित करते हुए सीएसओ संदीप रंजन ने इस प्रोजेक्ट के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इस कोर्स को सिर्फ नौकरी पाने के लिए नहीं करना है बल्कि और युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य लेकर करना है।
समारोह को मुख्य रूप से सहायक प्रोजेक्ट निदेशक ब्रज बिहारी प्रसाद, दिव्यांशु आर्यन ने भी संबोधित किया।
समारोह के अंत में कंप्यूटर कंपटेंसी में सफल छात्र छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।