जिला जीतता है, तो देश जीतता है- नरेन्द्र मोदी, पीएम ने कोविड प्रबंधन पर राज्यों के अधिकारियों के साथ की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यों और जिलों के अधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से बैठक की। बैठक में पीएम ने कोविड-19 से प्रभावित राज्यों के जिला अधिकारियों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ‘फील्ड कमांडर’ की संज्ञा देते हुए कहा कि वायरस के खिलाफ लोकल कंटेनमेंट जोन, एग्रेसिव टेस्टिंग और लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना हमारे हथियार हैं। पीएम ने दूसरी वेव में ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में बहुत ध्यान देने की जरूरत बताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक, बिहार, असम, दिल्ली और गोवा सहित 10 राज्यों के जिला स्तर के महामारी नियंत्रण में लगे अधिकारियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से छोटे शहरों व गांवों में कोविड से निपटने में अपनाए जा रहे उपायों को जाना। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना को फैलने से रोकने पर जोर देते हुए कुछ टिप्स भी साझा किये।
‘ईज आफ लिविंग’ का भी रखना है ध्यान
पीएम ने कहा कि कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘ईज आफ लिविंग’ का भी ध्यान रखना है। हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी जरूरी सप्लाई को भी बे-रोकटोक चलाना है।
अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का काम तेजी पर
पीएम ने कहा, पीएम केयर्स के माध्यम से देश के हर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। कई अस्पतालों में ये प्लांट काम करना शुरू भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर दूर करना है। कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। वैक्सीनेशन को लेकर व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं को हेल्थ मिनिस्ट्री लगातार स्ट्रीमलाइन कर रही है।
‘जिला जीतता है, तो देश जीतता है’
वहीं बैठक में पीएम मोदी ने जिला अधिकारियों से कहा कि कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आप सब लोग एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में है। आप सभी कोरोना के खिलाफ भारत की इस लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। यदि आप अपने जिले में कोविड पर नियंत्रण कर लेंगे, तो देश में यह अपने आप नियंत्रण में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं। एक तरह से हर जिले के अपने अलग चुनौती हैं। आप अपने जिले की चुनौतियों को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए जब आपका जिला जीतता है, तो देश जीतता है। जब आपका जिला कोरोना को हराता है, तो देश कोरोना को हराता है।
एक-एक जीवन बचाने की हमारी लड़ाई
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस वायरस के खिलाफ हमारे हथियार हैं- स्थानीय कंटेनमेंट जोन, आक्रामक परीक्षण और लोगों तक सही और पूरी जानकारी। उन्होंने कहा कि इस समय, कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं। कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक-एक जीवन बचाने की है।
प्रधानमंत्री के साथ इस संवाद में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, एमपी, गोवा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह अधिकारी ज्यादातर ऐसे जिलों से थे जहां कोविड महामारी के संक्रमण में तेज इजाफा हुआ है और यह व्यापाक तौर पर लोगों को प्रभावित कर रही है। इन अधिकारियों ने अपने यहां महामारी नियंत्रण के लिए नए प्रयास किए हैं और कुछ श्रेष्ठ समाधान खोजें हैं।