विविधसम्पादकीय

मुकेश चंद्र माथुर की पुण्यतिथि पर जीकेसी की प्रस्तुति ‘एक प्यार का नगमा है’ सुरों के बादशाह मुकेश की आवाज आज भी दिल को छू लेती हैं : राजीव रंजन प्रसाद

पटना, 26 अगस्त ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) कला-संस्कृति प्रकोष्ठ बिहार के सौजन्य से दर्द भरे नगमों के बेताज बादशाह मुकेश चंद्र माथुर की पुण्यतिथि 27 अगस्त के अवसर पर संगीतमय संध्या ‘एक प्यार का नगमा है’ का आयोजन किया जा रहा है।

जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष और कार्यक्रम की संयोजक डा.नम्रता आनंद ने बताया कि हर दिल अजीज महान पार्श्वगायक मुकेश चंद्र माथुर की पुण्यतिथि 27 अगस्त के अवसर पर संगीतमय संध्या ‘एक प्यार का नगमा है’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नामचीन फनकार उनके ही गाये गानों के द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि सुमन अर्पित करेंगे। उन्होंने कहा मुकेश को भारतीय सिनेमा जगत में सर्वाधिक लोकप्रिय पार्श्वगायकों के तौर पर शुमार किया जाता है। मुकेश ने एक से एक बढ़कर गीत गाकर लोगों का दिल जीता। मुकेश की आवाज दिल में सीधे उतरती थी, उन्हें गोल्डन आवाज का गायक कहा जाता है।

जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा मुकेश ने अपने गाये सदाबहार नगमों के जरिये श्रोताओं के दिलों पर अमिट पहचान बनायी है। उन्होंने भारतीय सिनेमा के संगीत जगत को नया आयाम दिया। गायकी के क्षेत्र में उनके योगदान को कोई भूला नहीं सकता। आज भी वह अपने आवाज के जरिए लोगों के दिल पर राज करते हैं।पार्श्वगायन की दुनिया में परचम लहराने वाले मुकेश भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें आज भी सबके दिलों में जिंदा हैं। उनकी मधुर आवाज उनके प्रशंसकों के दिल को मंत्रमुग्ध कर देती है।