MSME सेक्टर को मजबूत बना रहा GeM, एक साल में पोर्टल पर 1 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर
कोरोना काल के बाद से देश की अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। जहां एक दिन पहले देश ने पहली बार 400 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य हासिल किया है वहीं पीएम मोदी ने जानकारी दी कि एक साल में गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस यानी GeM पोर्टल पर 1 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर हासिल किए गए हैं। यह पिछले वर्षों के मुकाबले उल्लेखनीय बढ़ोतरी है।
पीएम मोदी ने वित्त वर्ष 2021-22 में एक लाख करोड़ रुपये की वार्षिक खरीद अर्जित करने के लिए गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जी-ई-एम) की प्रशंसा की है। उन्होंने यह भी कहा कि जी-ई-एम प्लेटफॉर्म विशेषकर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को मजबूत बनाने का काम कर रहा है तथा आर्डरों की कुल कीमत का 57 प्रतिशत इसी सेक्टर से आता है।
क्या है GeM
गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस यानी जीईएम राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल है, जो केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों, स्वायत्त संस्थानों और स्थानीय निकायों की सभी खरीदारी जरूरतों के समस्त समाधान उपलब्ध कराता है। 9 अगस्त, 2016 को अपनी स्थापना से ही GeM पूरी तरह से पेपरलेस, कैशलेस और सिस्टम संचालित ई-मार्केट प्लेस है, जो न्यूनतम मानव इंटरफेस के साथ सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद को सक्षम बनाता है।
GeM पर सेलर्स और बायर्स की बढ़ी संख्या
डेटा के मुताबिक GeM पोर्टल पर आने वाले ऑर्डर 38580 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये पर आ गए हैं, जो कि 60 फीसदी का इजाफा है। वित्त वर्ष 2020-21 के 1,396,438 सेलर्स के मुकाबले वित्त वर्ष 2021-22 में सेलर्स बढ़कर 4002,014 हो गए हैं।इसी तरह बायर्स की बात की जाए तो ये वित्त वर्ष 2020-21 के 52,069 के मुकाबले बढ़कर 59,130 पर आ गए हैं।
महिला उद्यमियों की भूमिका
इसके अलावा GeM पोर्टल पर आत्मनिर्भर नारी शक्ति के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। पोर्टल पर ऑर्डर में इस वृद्धि के पीछे कारण “महिला उद्यमियों और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (SHG)” के आगमन के साथ, मंत्रालयों और विभागों को हस्तशिल्प, हथकरघा, सहायक उपकरण और अन्य वस्तुओं की सीधी बिक्री, यह “आत्मनिर्भर नारी शक्ति” को और सशक्त बना रही है। विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य महिला संगठन भी महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
सेलर और बायर्स को आपस में जोड़ने का माध्यम
गौरतलब हो कि सूक्ष्म और लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। अब उन्हें प्लेटफॉर्म देने के लिए जेईएम काफी अच्छा प्लेटफॉर्म हैं। जीईएम पोर्टल पर जो नए फीचर आए हैं उससे सीधे तौर पर लघु उद्योगों को फायदा होगा। इसके अलावा सेलर को डायरेक्ट फायदा होगा।
दरअसल, जीईएम प्लेटफॉर्म को सेलर और बायर्स को आपस में जोड़ने के लिए बनाया गया है। इसमें रजिस्ट्रेशन के समय में सेलर से सभी जानकारी ली जाती है। इसके बाद उनके बैकेंड जानकारी चेक की जाती है। प्रोडक्ट की सभी जानकारी और डिक्लेरेशन ली जाती है। उसके बाद ही प्लेटफार्म पर डाला दिया जाता है।